विक्की की रिपोर्ट
लुधियाना । गिल रोड पर एटीआइ (एडवांस ट्रेनिंग इंस्टीटयूट) के सामने मोटरसाइकिल सवार नाबालिग की डॉक्टर की कार के साथ टकराकर मौत हो गई। नाबालिग लड़के ने हेलमेट भी नहीं पहना था। यह कार किसी डॉक्टर बाजवा के नाम की बताई जा रही है। परिवार की शिकायत पर थाना शिमलापुरी पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
डाबा के गगन नगर निवासी अशोक कुमार ने बताया कि उनका छोटा बेटा अंकुश कुमार जीएस मेमोरियल स्कूल में आठवीं कक्षा में पढ़ता था। वह बुधवार देर रात करीब साढ़े 12 बजे दोस्त के घर पढ़कर लौट रहा था। जैसे ही वह ईंट वाला चौक में जुनेजा अस्पताल के पास पहुंचा तो उसे एक कार ने टक्कर मार दी। इससे वह सड़क पर गिर गया और राहगीरों ने उसे पास के ही अस्पताल में दाखिल करवाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अशोक कुमार आरएमपी डॉक्टर हैं।
परिवार के अनुसार जुनेजा अस्पताल में ही एक डॉक्टर बाजवा किसी महिला मरीज की सर्जरी के लिए आए हुए थे। जब वो वापस जा रहे थे तो डॉक्टर की कार और बाइक सवार बेटे की टक्कर हो गई। थाना प्रभारी इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार के अनुसार, उनके पास शिकायत आई है और मामले की जांच की जा रही है।
शहर में हर माह 10 लोग गंवा रहे सड़क हादसों में जान
शहर में सड़क हादसे रुकने का नाम नहीं ले रहे। हर माह शहर में औसतन 10 लोग सड़क हादसों में अपनी जान गंवा रहे हैं। कई ज्यादा लोग घायल भी हो रहे हैं। शहर की सड़कों पर कई ब्लैक स्पॉट हैं। इसके बावजूद लोग नियमों की धज्जियां उड़ाकर वाहन चला रहे हैं। रोड सेफ्टी माहिरों की मानें तो अगर लोग नियमों की पालना करें तो इन हादसों को रोका जा सकता है।
अभिभावक नाबालिग बच्चों को न दें वाहन
शहर में बच्चे दोपहिया वाहन लेकर स्कूल पहुंच जाते हैं। ऐसे बच्चों को न तो अभिभावक रोकते हैं और न ही स्कूल ऐसे विद्यार्थियों को रोक पा रहे हैं। विद्यार्थी दोपहिया वाहन चलाते समय नियमों की अनदेखी करते हैं। इस वजह से वे हादसे का शिकार हो जाते हैं। यही नहीं विद्यार्थी बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन चलाते हैं। अभिभावकों को चाहिए कि वह बच्चों को वाहन न दें।
गुलचमन गली के बाहर हुई थी बच्चे की मौत
गुलचमन गली के बाहर स्कूल बस का इंतजार कर रहे बच्चे को टेंपो ने टक्कर मार दी थी। इस वजह से उसकी मौत हो गई थी। उसके बाद पुलिस ने सख्ती अपनाते हुए शहर के अंदरूनी हिस्सों में कमर्शियल वाहनों की एंट्री पर रोक लगा दी थी।