राजेश कुमार की रिपोर्ट
चंडीगढ़। सोमवार देर रात बुलंदशहर के अनूपशहर क्षेत्र स्थित एक शिव मंदिर में दो साधुओं की मंदिर परिसर में ही धारधार हथियार से हत्या कर दी गई। मंगलवार सुबह इसकी जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अमले से लेकर राजनीतिक गलियारे में हड़कंप मच गया। महाराष्ट्र के पालघर में हुई साधु की हत्या के मामले देशभर में फैले प्रतिरोध की वजह से पुलिस प्रशासन भी तेजी में दिखा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी घटना का संज्ञान लेते हुए मामले का जल्द से जल्द खुलासा करने का आदेश दिया।
संजय राउत ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में पुरोहितों की हत्या को महाराष्ट्र की पालघर घटना की तरह सांप्रदायिक रंग नहीं दिया जाना चाहिए। बता दें कि बीते दिनों महाराष्ट्र के पालघर में भी 2 साधुओं की पीट पीटकर हत्या कर दी गई। जिसे भाजपा और उनके सहयोगी न्यूज चैनलों के एंकरों द्वारा सांप्रदायिक रंंग दे दिया गया। इसी पर संजय राउत ने कटाक्ष किया है।
शहीद फेरुमान अकाली दल के अध्यक्ष और भारत साधू समाज के जनरल सेक्रेटरी महन्त जसबीर दास सिंह जी ने इस घटना पर कड़ा रोष ब्यक्त करते हुए कहा कि एक एक करके इस प्रकार वैदिक भूमि भारत में अखंड भारत के रचयिता और वैदिक भूमि के आदि संरक्षक साधुओं की निरीह हत्याओं से मानवीय मूल्यों का ह्रास होता है। वैसे साधु संत जो हमारे समाज में हर पल सभ्यता संचरण का काम करते हैं उनकी हत्या हमारी गिरती हुई सभ्यता का पोल खोल रही है। सरकार को इस घटनाक्रम को संजीदगी से लेते हुए कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भारत की पौराणिकता और साधु संतों की सुरक्षा पर तत्परता स्पष्ट हो।