विशाल भगत की रिपोर्ट
जालंधर। यहां तहसील कांप्लेक्स के साइकिल स्टैंड का ठेकेदार महज गेट पर वसूली करने में व्यस्थ है। अंदर वाहन अव्यवस्थित तौर पर खड़े होते हैं पर इसकी किसी को चिंता नहीं है। गेट पर वाहन की एंट्री के बाद पर्ची काटी जाती है। इसके बाद लोगों को वाहन कहीं भी पार्क करने की आजादी दे दी जाती है। ऐसा तहसील कांप्लेक्स के सभी प्रवेश द्वारों पर हो रहा है। इसी कारण तहसील कांपलेक्स के अंदर कई बार पांव रखने की जगह भी नहीं बचती। अव्यवस्थित खड़े वाहन यहां पर काम करवाने आए लोगों के लिए बाधा खड़ी करते हैं।
दरअसल, तहसील कांप्लेक्स में प्रवेश करने के लिए लाडोवाली रोड से लेकर मास्टर तारा सिंह नगर तथा पुलिस कमिश्नर ऑफिस की तरफ एंट्री गेट बनाए गए हैं। जहां से दोपहिया तथा चारपहिया वाहन प्रवेश करते हैं। लेकिन, कांप्लेक्स के अंदर पार्किंग के लिए बनाई गई जगह की बजाए लोग अपनी सुविधा अनुसार वाहन खड़े कर जाते हैं। कई बार तो इन अव्यवस्थित वाहनों के कारण तहसील कांप्लेक्स में प्रवेश करना भी मुश्किल हो जाता है।
एंट्री गेट पर वाहनों के प्रवेश करते समय वसूली करने के बाद इन्हें पार्क करवाने को लेकर उचित व्यवस्था के अभाव में लोग अपने वाहन वकीलों के चैंबरों के आगे भी पार्क कर देते हैं। इससे कई बार उनके लिए अपना खुद का वाहन पार्क करना भी मुश्किल हो जाता है। करीब एक साल पहले वकीलों के शिष्टमंडल ने डीसी को शिकायत दर्ज करवा कर वाहनों को कांप्लेक्स के अंदर व्यवस्थित तरीके से पार्क करने की मांग की थी। इसका असर चंद दिनों तक ही रहा। इसके बाद फिर पुरानी स्थिति लौट आई है।तहसील कांप्लेक्स के अंदर अव्यवस्थित वाहन पार्किंग के कारण परेशानी झेल रहे लोग कई बार आसपास के इलाकों में अपने वाहन पार्क करने को विवश हो जाते हैं।
ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करने आए अर्बन एस्टेट के रहने वाले सुमित राजपाल बताते हैं कि कांप्लेक्स के अंदर जगह कम होने के कारण वह नजदीक पड़ते राजेंद्र नगर में अपना वाहन पार्क करके आए हैं।