विशाल भगत की रिपोर्ट
जालंधर। चंद दिन पहले 18 से 20 रुपये प्रति किलो बिक रहे प्याज के दाम बढ़कर रिटेल में 30 से 35 रुपये प्रति किलो तक पहुंच चुके हैं इस बार कर्नाटक में बारिश के चलते तबाह हुई फसल का असर दामों में भारी इजाफा के रूप में पड़ा है। पहले कर्नाटक से प्याज की सप्लाई हुआ करती थी, लेकिन वहां पर भारी बारिश होने के के चलते प्याज की फसल बुरी तरह से प्रभावित हुई है।यही स्थिति टमाटर तथा आलू की भी बनी हुई है। लोकल फसल में देरी तथा नासिक व महाराष्ट्र से माल की आमद होने के चलते टमाटर के दामों में इजाफा हुआ है। पुरानी सब्जी मंडी के अध्यक्ष विकास गुलाटी बताते हैं कि जब भी देश में प्याज की कमी होती है तो सरकार द्वारा अफगानिस्तान से प्याज मंगवाया जाता है। इस बार भी ऐसी ही स्थिति बनी हुई है। हालांकि, इसके लिए प्रयास किए भी जा रहे हैं। लोकल फसल के आने तक झेलनी होगी टमाटर पर महंगाई की मार मंडी में टमाटर की लोकल फसल अभी शुरू नहीं हुई है। इसके चलते नासिक व महाराष्ट्र से माल मंगवाया जा रहा है। इस पर पड़ने वाले परिवहन खर्च के अलावा रास्ते में खराब होने के कारण ही टमाटर के दामों में इजाफा हो रहा है। अभी टमाटर का रेट 60 से 80 रुपये किलो के बीच चल रहा है।थोक कारोबारी जगदीश कुमार बताते हैं कि आलू के स्टोर में माल का स्टाक खत्म होने लगा है। नई फसल नवरात्र में तैयार हो जाएगी। तब तक दामों में महंगाई का दौर जारी रहेगा। बाजार में इन दिनों बेहतर क्वालिटी का आलू 35 से 40 रुपये प्रति किलो बेचा जा रहा है।