विकास कुमार की रिपोर्ट
कोरोना वायरस का कहर लगातार जारी है। हर रोज बिगड़ते हालतों को देखते हुए एेसा माना जा रहा है कि एक बार फिर लॉकडाउन सख़्त करना पड़ सकता है। इन सबके बीच पंजाब सरकार ने बड़ा कदम उठा लिया है। सरकार ने सप्ताहांत (वीकएंड) और सार्वजनिक छुट्टियों में पंजाब में सख्ती से लॉकडाउन करने के आदेश दे दिए हैं।
पंजाब सरकार के मुताबिक राज्य में हफ्ते के आखिरी दिनों और पब्लिक हॉलिडे वाले दिनों में सख्ती बरती जाएगी। इन दिनों सिर्फ ई-पास धारकों को ही आने-जाने की इजाजत होगी। इसके साथ ही मेडिकल स्टाफ, आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध करवाने वाले लोगों के अलावा सभी नागरिकों को कोवा एप से ई-पास डाउनलोड करना होगा। दिल्ली से आने वालों को कोरोना टेस्ट का सर्टिफिकेट दिखाना होगा।
खुली रहेगी इंडस्ट्री
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने फैसला लेते हुए कहा कि इस लॉकडाउन की सख्ती के दौरान इंडस्ट्री खुली रहेगी। लेकिन हर हाल में बड़े समारोहों को रोका जाए। उन्होंने डीजीपी दिनकर गुप्ता से कहा कि ”बड़ी भीड़ जमा न होने संबंधी निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाए। ये कदम विश्व भर में कोरोना केसों में वृद्धि के कारण उठाए जाने जरूरी है। वायरस की कोई दवा या इलाज न होने की संभावना को देखते हुए सिर्फ सख्त प्रोटोकॉल महामारी के खिलाफ लड़ाई का एकमात्र रास्ता है।”
कोरोना टेस्ट का सर्टिफिकेट के बाद ही प्रवेश
मुख्यमंत्री ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि कोरोना वायरस महामारी आने वाले दिनों में भयानक रूप ले सकती है। उन्होंने मेडिकल और स्वास्थ्य विशेषज्ञों से कहा कि सख्त शर्तें लागू करने और दिल्ली से आने वाले सभी लोगों के पास कोरोना टेस्ट का सर्टिफिकेट हो, तभी ही प्रवेश मिलेगा। सरकार ने गाड़ियों के मुद्दे को भी उठाया। उन्होंने कहा कि दिल्ली-एनसीआर से पंजाब में रोजाना करीब 800 गाड़ियां आती हैं।
कोरोना टेस्ट तक होना होगा होम क्वारंटाइन
मुख्यमंत्री अमरिंदर ने कहा कि वायरस के लक्षण सामने आने में तीन-चार दिन लगते हैं। इसलिए दूसरे राज्यों से आने वालों का सप्ताह के बाद टेस्ट किया जाए। टेस्ट के दौरान उनको होम क्वारंटाइन किया जाए। घर से कही भी बाहर आने जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। डीजीपी ने सूचना देते हुए कहा कि इसके लिए 550 पुलिस टीमें काम कर रही हैैं।
ज्यादा फीस लेने पर कार्रवाई
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने अस्पतालों में बेड्स की उपलब्धता और अन्य आंकड़ों की जानकारी सेहत विभाग को लोगों को देने के निर्देश दिए। निजी अस्पतालों द्वारा कोरोना मरीजों के इलाज और अस्पतालों में दाखिले की ज्यादा फीस लिए जाने की शिकायतों पर मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को सीजीएचएस रेट सख्ती के साथ लागू करवाने के निर्देश दिए। साथ ही इन नियमों का पालन न करने वालों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।