राम अवतार कश्यप कि रिपोर्ट
कसडोल-सचिव वेदप्रकाश वर्मा और हल्का नंबर 6 के पटवारी राजेश ठाकुर ने किया अपने पद का किया दुरूपयोग,,, ग्राम पंचायत कोसमसरा में गौठान बनना था और कोसमसरा में बनायेगे कहकर पंचायत प्रस्ताव हुवा था और सभी पंच हस्ताक्षर किए लेकिन पिछले सचिव वेदप्रकाश वर्मा ने अपने चलाकि से कुछ लाइन छोड़कर हस्ताक्षर कराए ताकि उस जगह पर कुछ भी लिख सके फिर कुछ दिन बाद जब कोसमसरा पंचायत के आश्रित धौराभाटा में गौठान बनना है कहा तो सभी पंच ने विरोध किया औऱ कोई पंच नही चाहते कि धौराभाटा में गौठान बने फिर इस वाद विवाद को देखकर सचिव वेदप्रकाश वर्मा ने अपने जगह को अदल बदल किया।फिर हल्का नंबर 6 के पटवारी राजेश ठाकुर ने उस जगह में जाकर अपने नक्शा के माध्यम से बेजा कब्जा निकाला जब पटवारी वहां गए तो किसी भी पंच को नही पता न उपसरपंच को पता न जमीन को काबिज किये है उनको पता।वहां लगभग 13 एकड़ जमीन है लेकिन कब्जा किये विष्णु पैकरा पिता मोहरसाय ,थनवार दास पिता परदेसी दास,धनेश्वर पिता दरस दास के ही जमीन को बताया गया फिर वही पटवारी उपसरपंच को बेजा कब्जा बताया गया लेकिन उपसरपंच जागेश्वरी मानिकपुरी ने जब पटवारी को कहा मेरे बेजा कब्जा कहाँ है बताओ तो वह चुप हो गया।फिर भी पटवारी ने उपसरपंच के पद से हटवाने के मंशा लेकर उसे बेजा कब्जा किया है कहकर पंचनामा कर तहसीलदार को प्रस्तुत किया।जब संवाददाता ने पटवारी से बात किया तो जागेश्वरी ने बेजा कब्जा किया है बोला जब संवाददाता ने पटवारी को कहा जागेश्वरी की शादी हुए 10 साल हुवा और वह बेजा कब्जा 40 साल से है तो जागेश्वरी ने कहां पर किया है कब्जा पटवारी लड़खड़ा गए और फोन काट दिया इस तरह पटवारी मनमानी कर लोगो को न्यायालय ले जाकर परेशान कर रहा।आज खेती किसानी के दिन में लोगो के पास इतना भी समय नही है कि न्यायालय का चक्कर लगाया जाये