हरिश साहू की रिपोर्ट
मुलमुला । आय दिन नए नए शिकायत में फंस रहे मुलमुला सरपंच यशोदा महिलांगे और उनके परिवार, ग्रामजनों को विश्वास दिला चुनाव जीतने के बाद दबंगई पर उतर गए जिनके कई मामले अभी भी चल रहे हैं विगत माह में मुलमुला पंचायत के नागरिकों व पन्चो द्वारा सरपंच व सचिव सुमित सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में एस डी एम व कई बड़े अफसरों से शिकायत की जा चुकी है जिसकी सुनवाई की तारीख दर तारीख बढ़ा दी जाती थी हाल में पुनः जोर देने पर जांच समिति गठन कर जांच के लिए बैठक बुलाया गया जिसमें मुख्य चौदह बिंदु जिसमे, बेजाकब्जा , पेंशन राशि गबन, आमजनों से गली गलौच, मनरेगा गड़बड़, सरपंच पति छत्रधारी महिलांगे व पुत्र टीकम व सुरेश के द्वारा दबंगई करना स्वयम तीन जगह पर अवैध कब्जा दो साल में न कभी बैठक हुई न कभी किसी पन्चो को कोई सूचना दी गौठान मामले में स्वयम के पुत्र टीकम को आद्ध्यक्ष बना दिया गया जैसे कई अन्य प्रकार के मामलों में आमजनों व पन्चो से नाम मात्र शिकायत सुन कर लिखा पोती कर लिया गया व सरपंच के बयान को पहले से तैयार कर रखा था जिसे पेश किया गया उसमे भी सरपंच के बजाय सचिव के द्वारा बोल कर सुनाया गया। शिकायत कर्ताओ आमजन व पन्चो में सरपंच पति व पुत्रो के ऐसे कृत्यों के प्रति भारी आक्रोश भरा हुआ है इस बार निष्पक्ष सुनवाई नही हुई तो ग्रामजनों ने कलेक्टर के पास जा कर शिकायत करने की घोषणा की है। अगर इस प्रकार की पक्षपात न्याय व विकास के मामलों में नजर आए तो ऐसे देश का भगवान ही मालिक है।