ब्यूरो रिपोर्ट छत्तीसगढ़
जांजगीर चांपा । सांसद प्रतिनिधि (महिला एवम् बाल विकास विभाग जिला जांजगीर चांपा) श्रीमती मंजूलता टंडन ने भूपेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जिले के केंद्रों में रेडी टू ईट की आपूर्ति पूरी तरह से बंद हो गई है । महिला स्व-सहायता समूहों और बीज निगम के बीच चल रहे आपसी द्वंद के बीच बच्चे सिर्फ गरम भोजन कर लौट रहे हैं। जांजगीर चांपा जिले की किसी भी परियोजना को रेडी टू ईट का एक भी पैकेट बीज निगम से नहीं मिला है।
ऐसे में बच्चों, गर्भवती माताओं, किशोरियों को पोषक तत्व तक नहीं मिल रहा है। प्रदेश में बढ़ते कुपोषण को दूर करने के लिए शासन ने रेडी टू ईट का वितरण बीज निगम के माध्यम से एक अप्रैल से करने का फैसला लिया है। उधर, तीन साल तक शासन से रेडी टू ईट की आपूर्ति आंगनबाड़ी केंद्रों में करने के करार के उल्लंघन में महिला स्व सहायता समूह ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। कोर्ट तक मामला पहुंचा तो शासन ने सिर्फ 31 मार्च 2022 तक महिला स्व-सहायत समूहों को रेडी टू ईट आपूर्ति का आदेश जारी किया। एक अप्रैल से बीज निगम को आपूर्ति करने की जिम्मेदारी बता दिया गया।
श्रीमती टंडन ने कहा शुरुआत में ही आहार योजना का बुरा हाल है अब रेडी टू ईट फूड पहुंचाने का जिम्मा बीज निगम का है। आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को अब तक माह के पहले और तीसरे मंगलवार को रेडी टू ईट फूड का वितरण होता आया है। माह के पहले मंगलवार बच्चों को रेडी टू ईट फूड नहीं मिला। आने वाले दिनों में आहार योजना का हाल ऐसा ही रहा तो बच्चों में कुपोषण का खतरा बढ़ने की आशंकाओं से इन्कार नहीं किया जा सकता।
नहीं मिला आदेश तो महिला समूहों ने की आपूर्ति बंद
उधर रेडी टू ईट बनाने का आदेश एक अप्रैल से महिला स्व सहायता समूहों को नहीं मिला तो आपूर्ति बंद कर दी। जिले की कई परियोजना में छह अप्रैल तक बीज निगम द्वारा एक दाना रेडी टू ईट का नहीं पहुंचा है। ऐसे में बच्चे सिर्फ गरम भोजन कर लौट रहे हैं। पहले की व्यवस्था में महिला स्व सहायता समूह हर सप्ताह रेडी टू ईट सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में खुद पहुंचाते थे। ऐसे में रेडी टू ईट वितरण में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होती थी।
सांसद प्रतिनिधि मंजूलता ने बताया रेडी टू ईट नहीं मिलने से बच्चे आंगनबाड़ी केंद्रों में पांच दिनों से पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें पोषक तत्व नहीं मिल रहा है। ऐसे में बच्चों के सेहत पर असर पड़ सकता है। सरकारी तंत्र की सरकारी व्यवस्थ्या के बीच गरीबों के बच्चों को मुफ्त में मिलने वाली रेडी टू ईट नहीं दिया जा रहा है। सिर्फ गरम भोजन पिछले कई दिनों से बच्चों को दिया जा रहा है। पड़ताल में जानकारी मिली कि अभी तक शासन से आदेश निर्देश नहीं पहुंचा है। ऐसे में रेडी टू ईट वितरण को लेकर पेंच फंसता दिख रहा है। रेडी टू ईट नहीं मिलने से कुछ बच्चे आंगनबाड़ी केंद्र नहीं पहुंच रहे हैं।
विभाग के अधिकारी फोन भी नहीं उठाते मामले । संबंधित विभाग के अधिकारी भी कोई जानकारी नहीं देते, जबकि जानकारी उपलब्ध कराना सरकारी अफसरों का कर्तव्य होता है। लेकिन अधिकारी फोन उठाना दूर जनता का काम करने से भी कतराते हैं।
श्रीमती टंडन ने राज्य सरकार से पूछा बच्चों को खाना मुहैया नही करा रहे और बासी खाने का ढोंग करते है ।
आजकल मुख्यमंत्री जी हवा में उड़ रहे है जमीन वालो से कोई सरोकार नहीं है ऐसे सरकार को एक दिन भी सत्ता में रहने का अधिकार नहीं ।