रिपोर्ट बोकारो से
पिछले साल जब कोरोना वायरस महामारी सामने आई थी उस वक्त यह कहा जा रहा था कि यह बच्चों के लिए ज्यादा खतरनाक नहीं है और उस दौरान ज्यादा बच्चे संक्रमित हुए भी नहीं थे इस दूसरी कोरोना वायरस में वायरस का नया वेरिएंट B.1.1.7और B.1.617 बच्चे के लिए ज्यादा खतरनाक है दूसरी लग्न में बड़ी संख्या में बच्चे भी कोरोनावायरस से संक्रमित होते दिख रहे हैं ऐसे में पेरेंट्स का चिंतित होना लाजमी
बच्चे में देखें यह लक्षण तो नजरअंदाज ना करें पिछले साल जहां ज्यादातर बच्चे मैं कोई लक्षण नहीं दिख रहे थे वहीं इस साल कोरोना की दूसरी नहर में बच्चों में पहले लक्षण दिख रहे हैं बच्चों से व्यस्त को में इंफेक्शन फैल रहा है लिहाजा बच्चों में अगर यह लक्षण दिखे तो इन्हें नजरअंदाज ना करें बुखार सर्दी जुकाम सूखी खांसी लूज मोशन उल्टियां आना भूख ना लगना सही से खाना ना खाना थकान महसूस होना शरीर पर मैसेज लिखना सांस लेने में दिक्कत महसूस होना
कैसे पता करें कि आपको पहले करो ना हुआ था या नहीं इन संकेतों से करें मालूम बच्चे सुपरस्प्रेडर हो सकते हैं अगर बच्चे में गोविंद 19 इन्फेक्शन के लक्षण दिखे तो तुरंत दूसरे ही दिन आरटी पीसीआर टेस्ट करवाएं टेस्ट करवाने में देर न करें जल्दी इलाज शुरू होना जरूरी है ध्यान रखें कि बच्चे सुपरस्प्रेडर हो सकते हैं यानी वे दूसरे बच्चे और व्यस्त हो को तेजी से क संक्रमित कर सकते हैं क्या रोजाना दो बार स्कीम लेने से आप कोरोना संक्रमण से बच जाएंगे
ऐसे में एमआईएससी का शिकार हो सकते हैं बच्चे हवाई हेल्ड की एक रिपोर्ट की मानें तो कई बच्चे में कोरोनावायरस की वजह से बेहद गंभीर और खतरनाक जटिलता भी देखने को मिल रही है जिसे एमआईएससी कहते हैं इसे हृदय फेफड़े किडनी ब्रेन स्क्रीन पाचन से जुड़े अन्य आंखों में इंफेक्शन की समस्या हो सकती है अगर बच्चे में गोविंद संक्रमण की दृष्टि हो जाए और डॉक्टर बच्चे को घर पर ही करंट है रहने की सलाह दे तो बच्चे को घर पर अन्य लोगों से दूर रखें अगर संभव हो तो बच्चे के लिए परिवार के बाकी सदस्य के अलग बेडरूम और बाथरूम की व्यवस्था करें संक्रमित बच्चे की देखभाल करते वक्त माता-पिता डबल मास्क पहने और डॉक्टर की सलाह के मुताबिक इलाज कराएं
नोट किसी भी उपाय को करने से पहले हमेशा किसी विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श करें यह न्यूज़ नया भारत दर्पण समाचार इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है धन्यवाद