हेमंत कुमार साहू की रिपोर्ट
मध्यप्रदेश/रतलाम -ऐसे तो हर शादी अभी यादगार हो रही है, कोई शादी अकेला कर रहा है तो कोई 2-4 लोग, कोई डर डर के तो कोई एयर किसी तारीके से, कहर बरपा रही कोरोना महामारी के बीच शादियों का मौसम शुरू हो चुका है. शादियों के मौसम में शादी के हैरान करने वाले मामले सुनने और देखने को मिल रहे हैं. मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित एक दूल्हे के पीपीई किट पहनकर शादी करने का मामला सामने आया है. प्रशासन ने शादी रुकवाने की भी कोशिश की लेकिन किसी ने नहीं सुनी. यह मामला मध्य प्रदेश के रतलाम जिले का है।
जानकारी के मुताबिक रतलाम निवासी आकाश बोरासी महाराष्ट्र के पुणे की एक कंपनी में इंजीनियर है। जिसकी शादी रतलाम में ही तय थी. आकाश शादी के लिए इन दिनों रतलाम आया हुआ था लेकिन यहां आकर कोरोना संक्रमित हो गया. आकाश के कोरोना संक्रमित होने के बाद उसके घर को कंटेनमेंट जोन में तब्दील कर दिया गया था लेकिन इसके बावजूद वह और उसके परिजन बाहर निकले और एक मैरिज हॉल में शादी की तैयारी शुरू कर दी।इसकी सूचना मिलने पर स्थानीय प्रशासन शादी रुकवाने मैरिज हॉल पहुंच गया।दूल्हे के परिजनों ने प्रशासन से शादी होने देने की अपील करते हुए जानकारी दी कि दूल्हे की दादी की हालत गंभीर है. वो हृदय रोग से पीड़ित हैं।दूल्हे आकाश बोरासी के परिजनों की गुहार के बाद प्रशासन ने वहां मौजूद सभी लोगों को पीपीई किट पहनाई और पीपीई किट में ही शादी समारोह संपन्न हुआ।प्रशासन को जब सूचना मिली कि शादी हो रही है और दूल्हा कोरोना संक्रमित है. तब वे शादी का कार्यक्रम रुकवाने पहुंचे थे लेकिन लोगों की अपील, बड़े अधिकारियों के निर्देश पर पीपीई किट पहनाकर शादी करवाई गई जिससे संक्रमण नहीं फैले।तहसीलदार का कहना है कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति को शादी की इजाजत नहीं है और इन्होंने कंटेनमेंट जोन का नियम भी तोड़ा है जो आदेश होगा उसके मुताबिक दूल्हे और उसके परिजनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।