हरिश साहू की रिपोर्ट
पेन्ड्रा गौरेला मरवाही । राज्य में लगातार कोरोना का संकट जिस तरह से बढ़ रहा है, वह अपने आप में चिंता का विषय बना हुआ है, ऐसे समय मे राज्य भर मे शिक्षकों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्वास्थ्य मितानिनों को घर घर जाकर जागरूकता के कार्य में लगाया गया है, जिन्हें न तो फ्रंटलाइन वर्कर माना जा रहा है और न ही उन्हें कोई दुर्घटना बीमा का लाभ दिया जा रहा है, समाचार पत्रों में छपी जानकारी के अनुसार राज्य मे अब तक 372 शिक्षकों का आकास्मिक देहावसान हो गया, इस पर मंडल अध्यक्ष प्रखर तिवारी ने एक विडिओ संदेश जारी कर छत्तीसगढ़ सरकार से मांग की है कि जल्दी से जल्दी छत्तीसगढ़ सरकार शिक्षक ,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और मितानिनों को कोरोना वारियर्स मानते हुए राज्य सरकार कोविड ड्यूटी पर लगे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और मितानिनों के लिए स्पेशल पैकेज की घोषणा करें, ताकि उनका और उनके परिवार का भविष्य सुरक्षित हो सके।