ड्रग्स मामले में एनसीपी नेता नवाब मलिक समीर वानखेडे और उनके परिवार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि वे जवाब दें, कि समीर का परिवार मालदीव और दुबई में कब और क्यों गया था। आज एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने उसी बात की सफाई दी। मीडिया से बात करते हुए वानखेड़े ने कहा कि ड्रग्स को हटाने के काम के लिए अगर वे मुझे जेल में डालना चाहते हैं, तो मैं तैयार हूँ मेरे दुबई जाने की बात पूरी तरह झूठी है। जहां तक मालदीव जाने का सवाल है तो मैं अधिकारियों की इजाजत लेकर वहां गया था।
वानखेड़े ने कहा कि 15 दिन से मुझ पर व्यक्तिगत हमला किया जा रहा है, मेरे परिवार को निशाना बनाया जा रहा है। मेरी मृतक मां, बहन पर आरोप लगाए गए। मैं एक छोटा सरकारी मुलाजिम हूं और वो बड़े मंत्री हैं।
वानखेड़े ने कहा कि उगाही एक गलत शब्द है। मैं अपने बच्चों और परिवार के साथ सरकार की इजाजत से ही वहां गया था। अगर वो इसे उगाही कहते है तो ये पूरी तरह अस्वीकार्य है। मैं कहा-कहां गया था इसे मेरे रिकॉर्ड से जांचा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि मैं इन आरोपों की निंदा करता हूं। ये झूठी जानकारी है। दिसंबर में जब मेरे दुबई में होने की बात कही जा रही है, उस वक्त मैं मुंबई में था। इसकी जांच की जा सकती है।
नवाब मलिक ने कहा था कि कोरोना महामारी के दौरान पूरी फिल्म इंडस्ट्री मालदीव में थी। वानखेड़े और उनका परिवार भी वहां था। वानखेड़े को अपने दुबई और मालदीव दौरे की वजह बतानी होगी। हमें यकीन है कि उगाही मालदीव में ही हुई थी। जल्द ही आपको फोटो भी दिखाएंगे।
मलिक ने कहा, सुशांत राजपूत सुसाइड केस के बाद एनसीबी ने एक विशेष अधिकारी नियुक्त किया। तब सीबीआई मामले की जांच कर रही थी। मौत का मामला अनसुलझा ही रह गया, लेकिन एनसीबी का फिल्म इंडस्ट्री में दखल जारी रहा। रिया चक्रवर्ती को गलत तरीके से फंसाया गया। दूसरों को भी गलत आरोपों में फंसाने की कोशिश की गई।
इससे पहले आज एनसीबी ने एक प्रेस नोट जारी कर सोशल मीडिया पर समीर वानखेड़े के संबंध में चल रही खबरों पर सफाई दी। इसमें कहा गया है कि समीर वानखेड़े के बारे में चल रही सूचनाएं गलत हैं। समीर वानखेड़े ने 31 अगस्त 2020 को एनसीबी ज्वाइन किया था। इसके बाद से उन्होंने कभी भी दुबई जाने के लिए कोई आवेदन नहीं किया था।