मुंबई संवाददाता
मुंबई: एमआईडीसी के उप-इंजीनियर और सहायक अभियंता द्वारा रिश्वतखोरी की अंतहीन शिकायतों के बावजूद, वरिष्ठों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। एमआईडीसी के 2 अधिकारियों ने एक व्यक्ति से लाखों रुपये की रिश्वत ली ऊस रिस्वत की रक्कम जुटने व्यक्ती ने ब्याज पर रक्कम ली, ब्याज भरकर परेशान हूये व्यक्ती ने फिर आत्महत्या की मात्र परिवार न्याय के लिए इंतजार कर रहा है क्योंकि वरिष्ठ अधिकारी द्वारा बार-बार शिकायत के बावजूद कोई भी कारवाई नही कर रहे है।
हमारे पास MIDC कार्यालय में अवर अभियंता और सहायक अभियंता दोनों की मिलीभगत से लाखों रुपये की रिश्वत लेने के एक मामले का वीडियो है। इस्के बावजुड भी ऊन अधिकारियो पर कोई भी अंकुश नही है।
डॉ राजन माकणीकर ने एमआईडीसी प्रशासन को एक बयान दिया है कि जिन दो अधिकारियों ने रिश्वत ली थी, उनमें से अधिकारी सेवानिवृत्त हो गए हैं और उनकी पेंशन रोक दी जानी चाहिए। और जो अधिकारी सेवा मे है उंनको नोकरी से निकाल दे और दफा 302 के तहत मुकदमा चलाय। और दोनो की पारिवारिक प्रॉपर्टी की जांचं हो। उन्होंने चेतावनी भी दी है कि अगर उचित कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन शुरू किया जाएगा।