ग्वालियर. एक आरोपित चार साल पहले झांसा देकर एक व्यक्ति से रुपए उधार लिए और चेक दे दिए थे। लेकिन उधार वापस नहीं किया। चेक भी बाउंस हो गए। इसके बाद आरोपित भाग गया। आरोपित के परिजनों ने गुमशुदगी भी दर्ज कराई, लेकिन उसके संपर्क में रहे। पुलिस ने आरोपित को जयपुर से दबोच लिया।
चार साल पहले आरोपित धर्मेन्द्र पुत्र हरिनारायण साहू ने अपने पड़ोसी विकास सिरोठिया से 4 लाख रुपए उधार लिए थे। उधारी चुकाने के लिए उसने चेक भी दे दिए। लेकिन चेक बाउंस हो गए। इसके बाद आरोपित धर्मेन्द्र शहर से गायब हो गया। धर्मेन्द्र के परिजनों ने पुलिस थाने में उसकी गुमशुदगी की शिकायत भी दर्ज करा दी। फरियादी ने आरोपित को पकड़ने के लिए पुलिस से शिकायत की। इसके अलावा सीएम हैल्प लाइन सहित अन्य जगहों पर भी शिकायतें की।
इस तरह पकड़ा गया आरोपित:
फरियादी की शिकायत के बाद पुलिस ने उससे आरोपित का आधार कार्ड नंबर लिया। आधार कार्ड से पता किया कि उससे आरोपित के कितने खाते लिंक है और कहां पर एक्टिव हैं। जांच में आरोपित के बैंक खाते जयपुर में एक्टिव मिले। इन खातों से ही उसका फोन नंबर मिला। इसके बाद पुलिस ने जयपुर पहुंचकर सब्जीमंडी क्षेत्र से आरोपित को दबोच लिया।
परिजनों के संपर्क में था आरोपित:
पुलिस ने आरोपित के जिस नंबर को ट्रेस किया था। उसकी काॅल रिकार्ड छानी तो पता चला कि आरोपित गायब होने के बाद लगातार परिवार के लोगों के संपर्क में था। जबकि परिवार के लोगों ने गुमशुदगी दर्ज कराई हुई थी। ऐसे में अब पुलिस परिवार के लोगों के खिलाफ भी झूठी शिकायत करने व आरोपित को छिपाने का मामला दर्ज करने की तैयारी में हैं।