सुखविंदर सिंह की रिपोर्ट
भोपाल । मध्यप्रदेश में लगातार हो रही बारिश के बाद नदी नाले उफान पर हैं। कई नदियों में जलस्तर बढ़ने के कारण बांधों के गेट खोले जा रहे हैं। खंडवा जिले में नर्मदा घाटी के ऊपरी क्षेत्रों में हुई बारिश और बांध के कैचमेंट एरिया से आने वाले पानी से बांधों का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। इसे देखते हुए इंदिरा सागर और ओमकारेश्वर बांध से पानी छोड़ने के लिए गेट की संख्या बढ़ा दी गई है। शुक्रवार सुबह इंदिरा सागर बांध के 12 गेट से 3000 क्यूमेक्स और टरबाइन से 1840 क्यूमेक्स सहित कुल 4840 क्यूमेक्स पानी नर्मदा नदी में छोड़ा जा रहा है। यहां पहले 6 गेट खुले हुए थे। गेट की संख्या दोगुना होने से नर्मदा में उफान आ गया है।
वही ओम्कारेश्वर बांध के गेट की संख्या भी बढ़ा दी गई है। पहले यहां एक गेट खुला हुआ था। इसमें वृद्धि करते हुए अब 15 गेट खोले गए हैं। बांध के गेट से 3500 क्यूमेक्स तथा टरबाइन से 1920 क्यूमेक्स कुल 5420 क्युमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है। इससे ओंकारेश्वर में नर्मदा के सभी घाट जलमग्न हो गए हैं। वहीं मोरटक्का में भी नर्मदा का जलस्तर बढ़ गया है।
बंगाल की खाड़ी से आगे बढ़ा गहरा कम दाब का क्षेत्र गुरुवार को झारखंड और उसके आसपास के क्षेत्र तक पहुंच गया है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इस सिस्टम के गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात में उत्तर-पूर्वी मप्र पर पहुंचने की संभावना है।
इसके प्रभाव से जबलपुर, सागर, शहडोल, रीवा में भारी वर्षा की संभावना है। शुक्रवार को भोपाल, रायसेन, विदिशा, राजगढ़ जिले में भी अच्छी बरसात की उम्मीद है। बालाघाट, टीकमगढ़, दमोह, सागर में भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार को सुबह 8.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक खजुराहो में 60, मलाजखंड में 27, सीधी में 18, सागर में 16, सतना में 13, दमोह में 12, नरसिंहपुर, जबलपुर में 11, मंडला में 8, उमरिया में 7, छिंदवाड़ा में 5, गुना में 3, पचमढ़ी, नौगांव में 2, खरगोन, भोपाल, होशंगाबाद, बैतूल में 1 मिमी. बारिश हुई।
गौरतलब है कि भादो माह में अब सिर्फ 5 दिन ही बाकी रह गए हैं। पिछले तीन दिनों से हो रही जोरदार बारिश ने पौने तीन माह की खेतों की प्यास बुझा दी है। साथ ही नदी-नालों में भी जलबहाव तेज हो गया है। वनांचल के अंततदरूनी क्षेत्रों में कई गांवों का संपर्क ब्लाक मुख्यालयों से टूट गया है। जिले के सबसे बड़े मोंगरा बराज के 10 गेट खोले जाने से शिवनाथ नदी का जल स्तर भी तेजी से बढ़ रहा है। रातभर मूसलाधार बारिश हुई। सुबह से झडी लगी है।
होशंगाबाद में तवाडेम के 9 गेटों को 7-7 फीट पर खोला
होशंगाबाद स्थित तवा डेम को भी शुक्रवार सुबह से पानी छोड़ा जा रहा है। यहां 9 गेटों को 7-7 फीट खोला गया है। डेम से 1 लाख 5 हजार क्यूसिक पानी को डिस्चार्ज किया जा रहा है। तवाडेम का वाटर लेवल 1163 फिट पर है। वहीं बारना बांध के सुबह 7 बजे 8 गेट खोले गए है, 73552 कयूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। जबलपुर में बरगी बांध के 9 गेट ( औसत 1.55 मीटर खुले) से 81316 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
रायसेन के कई गांवों में बांध का पानी
बाड़ी स्थित बारना बांध के सभी आठ खुले गए हैं। इन गेटों से एक लाख एक हजार क्यूसेक मीटर पानी निकाला जा रहा है। वहीं बांध के गेट खुल जाने से तहसील के कई गांवों में पानी प्रवेश कर गया है, जिससे उनका घर गृहस्थी का सामान खराब हो गया है। इसके अलावा नर्मदा के उफान पर आने से बरेली और उदयपुरा क्षेत्र के भी गांवों में पानी भर गया है। प्रशासानिक अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं।