न्यूज डेस्क
भोपाल -मध्य प्रदेश में वर्तमान में कोई वेदर सिस्टम सक्रिय नहीं है। इससे मौसम पूरी तरह शुष्क बना हुआ है। आसमान साफ रहने से धूप के तेवर दिनों दिन तीखे होने लगे हैं। हवा का रुख भी बार-बार बदल रहा है। उत्तर भारत की तरफ से हवा नहीं आने के कारण दिन के साथ-साथ रात के तापमान में भी धीरे-धीरे बढ़ोतरी होने लगी है। दोपहर में हवा की गति भी 20 किलोमीटर प्रति घंटा तक बनी रहती है। इससे पेड़ के सूखे पत्ते हवा के साथ बिखरने लगे हैं। अभी तीन-चार दिन तक मौसम का मिजाज इसी तरह बना रहने की संभावना है। हालांकि इस दौरान तापमान में कुछ उतार-चढ़ाव भी हो सकता है।
वर्तमान में पाकिस्तान और उससे लगे उत्तर भारत पर एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, लेकिन इस सिस्टम का मध्य प्रदेश के मौसम पर फिलहाल कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है। अलबत्ता इस सिस्टम के कारण हवाओं का रुख बार-बार बदल रहा है। पूर्वी और पश्चिमी हवाओं के कारण गर्मी के तेवर तीखे हो रहे हैं। इस वजह से दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। वातावरण गर्म होने से पेड़ों के पत्ते प्राकृतिक प्रक्रिया के तहत सूखने लगे हैं। हवाएं तेज होने से पेड़ों से सूखे पत्ते झड़ने लगे हैं। इस तरह से पतझड़ की भी शुरुआत हो चुकी है। अभी एक मार्च तक मौसम का मिजाज पूरी तरह शुष्क बना रहने की संभावना है। हालांकि इस दौरान बीच-बीच में हवा का रुख उत्तरी होने की स्थिति में तापमान में कुछ गिरावट भी हो सकती है।