अनूप दुबे की रिपोर्ट
छतरपुर- अतिक्रमण का गढ़ बन चुके बक्सवाहा क्षेत्र में प्रशासन में आज वीरगढ़ क्षेत्र में हो रहे भारी भरकम अतिक्रमण के विरुद्ध अतिक्रमण विरोधी मुहिम चलाई। जिसमें भारी पुलिस बल और प्रशासनिक अमले की मौजूदगी में करोड़ों की लागत की शासकीय भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया गया। ज्ञात हो कि पूर्व में नगर परिषद के द्वारा बस स्टैंड पर 16 वर्ष पूर्व अतिक्रमण विरोधी मुहिम चलाई थी।
अतिक्रमण का अड्डा बन गया था वीरगढ़
विगत 10 सालों में प्रशासन द्वारा अतिक्रमण के विरुद्ध कोई भी कार्यवाही ना किए जाने से अतिक्रमणकारियों के मनोबल सातवें आसमान पर थे। और अतिक्रमण कारी शासकीय भूमि को लाखों में भेजकर अपना धंधा जमाए हुए थे इसमें राजनैतिक बाहुबली अपराधी सभी प्रकार के लोग शामिल थे। क्षेत्र के सभी लोगों की मांग थी कि वीरगढ़ में आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के जवाब अवैधानिक रूप से बनते जा रहे हैं। जो समाज और प्रशासन दोनों के लिए सिरदर्द बने हुए थे।एक लंबे अंतराल के बाद प्रशासन ने अतिक्रमण विरोधी महिम को चलाकर सभी अतिक्रमणकारियों के अतिक्रमण को नेस्तनाबूद कर दिया।
न्यायालय द्वारा 2017 में वीरगढ़ का अतिक्रमण हटाने के हुए थे आदेश
माननीय न्यायालय तहसीलदार तहसील बक्सवाहा के द्वारा दिनांक 12/12/2017 में आदेश क्रमांक 251/ प्रवा/ 2017 के तहत दिनांक 28/12/2017 को अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए थे परंतु आज तक वीरगढ़ क्षेत्र में हो रहे अतिक्रमण को नहीं हटाया गया था। जिसका पालन ना होने पर माननीय उच्च न्यायालय ने दिनांक 06/03/2020 को प्रशासन से उसके ही आदेश का पालन करने के निर्देश दिए थे। प्रशासन द्वारा माननीय उच्च न्यायालय के आदेश का पालन ना होने पर कोर्ट ऑफ कंटेंप्ट के तहत आज दिनांक 05/02/2021 को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की। इस कार्रवाई में ड्रोन कैमरा का भी उपयोग लिया गया। जिससे असामाजिक तत्व कोई भी आपराधिक घटना अथवा अशांति फैलाने की कोशिश ना कर सके।
शासन के द्वारा लंबे अंतराल से अतिक्रमण न हटाए जाने के कारण इस क्षेत्र में कोई भी आपराधिक वारदात अथवा अनहोनी की घटना बनी रहती थी। इसी क्षेत्र में शासन द्वारा वीरगढ़ पत्थर खदान स्वीकृत है। जिसमें कभी भी लोगों की जान माल का खतरा बना रहता था। कोई भी व्यक्ति को साथ में अथवा रात्रि में खदान में गिरकर जान जोखिम में डालने का खतरा सदैव बना रहता था। इसके अलावा भी इस क्षेत्र में लोगों का शासकीय भूमि को खरीदने और बेचने का धंधा बन चुका था और लोगों को मूर्ख बना कर शासकीय भूमि को बेचा जा रहा था कई लोग इसका शिकार होकर लाखों रुपए भवन निर्माण में लगाकर इस धोखाधड़ी का शिकार हो चुके थे प्रशासन की इस कार्रवाई से संपूर्ण क्षेत्र में शासकीय भूमि के अवैध खरीद-फरोख्त के धंधे पर लगाम लग सकेगी।
विकास की दृष्टि से भी वीरगढ़ क्षेत्र अतिक्रमण मुक्त कराना था आवश्यक
जिले के सबसे दूरस्थ ग्रामीण निर्धन अंचल बक्सवाहा क्षेत्र के विकास की ओर गौर किया जाए । तो यह क्षेत्र आजादी के 7 दशक बाद भी विकास से कोसों दूर है। इसका मुख्य कारण जिले की सर्वाधिक दूरी के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारियों की दूरी रहा है। भगत समय रक्षा क्षेत्र में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कार्यालय होना नितांत आवश्यक है वर्तमान में बिजावर कार्यालय होने से क्षेत्र के गरीब लोगों को 80 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है क्षेत्र के विकास हेतु अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय राजस्व के लिए कोई भी शासकीय भूमि खाली नहीं बची थी जहां पर अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय राजस्व का निवास एवं कार्यालय की स्थापना के साथ-साथ जेल जेलर का निवास स्थान कार्यालय स्थापित हो सके क्षेत्र के विकास की दृष्टि से प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यालयों और जनता की सुविधा हेतु इस भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया गया |
क्षेत्रीय जनता ने कलेक्टर सहित मुख्य भूमिका में रहे एसडीएम राहुल सिलाडिया का जताया आभार
16 वर्ष बाद चलाई गई अतिक्रमण विरोधी मुहिम का क्षेत्रीय जनता में सकारात्मक प्रभाव देखा गया और अतिक्रमण विरोधी मुहिम की मुख्य भूमिका में रहे अनुविभागीय अधिकारी राहुल सिलाडीया की प्रशंसा की गई। प्रशासन ने शांतिपूर्वक अतिक्रमण हटाने की मुहिम को अंजाम दिया। एसडीएम राहुल सिलाड़िया ने बताया कि भविष्य में भी अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध मुहिम जारी रहेगी। इसमें चाहे कोई भी अपराधियों राजनीतिक रसूख वाले व्यक्तियों अथवा असामाजिक तत्वों उनके खिलाफ शासन की मंशानुसार अतिक्रमण विरोधी मुहिम चालू रहेगी।इस कार्रवाही में राजस्व अमला मौजूद रहा।