विवेक चौबे की रिपोर्ट
गढ़वा। थाना क्षेत्र के जरदे गांव में शुक्रवार को भूमि विवाद में दो पक्षों में हिंसक झड़प हुई। धारदार हथियार से लैस एक पक्ष के हमले में दूसरे पक्ष के बाप-बेटा गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं हमले से नाराज लोगों ने आरोपी पक्ष घर में आग लगा दी। उससे पूरा मकान धू-धू कर जल गया। पूरी घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
मारपीट की घटना में कई अन्य लोग भी घायल हो गए हैं। धारदार हथियार से लैस लोगों के हमले में नरेश भुइयां और उसका बेटा गंभीर रूप से घायल हैं। उसके बाद पीड़ित के घर में आग लगा दी। उससे पूरा खपड़ैल घर धू-धू कर जल गया। धुआं और आग की लपटें देख आसपास के लोग वहां पहुंच आग बूझाने का प्रयास किया पर वह घर को जलने से बचा नहीं सके। उधर मारपीट की घटना में घायल लोगों को थाना लाया गया। उसके बाद वहां से इलाज के लिए मेराल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया। नरेश की स्थिति गंभीर बताई जाती है। जानकारी के अनुसार नरेश अपने हिस्से की भूमि पर पहले से बने घर के बगल में शुक्रवार को दूसरा घर बनाने के लिए नींव की खुदाई कर रहा था। उसी बीच दूसरे पक्ष के अजय भुईयां, संतोष भुईयां, राधेश्याम, अशोक सहित अन्य लोग काम रोकने के लिए वहां पहुंच गए। सभी परंपरागत हथियारों से लैस थे। वहां पहुंचने पर उन्होंने निर्माण सामग्री इधर उधर फेंक दी। उसके बाद भी नरेश अपने बेटे के साथ काम करता रह गया। यह दूसरे पक्ष के लोगों को नागवार लगा। उन्होंने काम रोकते हुए उनपर हमला कर दिया। दोनों खून से लथपथ हो गए। उसके बाद उन्होंने उसके घर में आग भी लगा दी। उससे उसका पूरा घर भी जल गया । अगलगी की घटना में घर के साथ खाने पीने सहित अन्य जरूरी सामान भी जल गए। बताया जाता है कि नरेश भूमिहीन है और उक्त भूखंड पर 70 वर्षों से रह रहा है। नरेश के परिजनों ने बताया कि घर जल जाने से हम सभी अब बिल्कुल बेघर हो गए । उन्होंने बताया कि हमलोग मजदूरी करते हैं तो पेट चलता है। अब घर बनाना भी मुश्किल हो गया। वहीं उसके परिजनों ने घटना की लिखित शिकायत थाना में की है। थाना प्रभारी गोपाल शर्मा ने बताया कि घटना को लेकर दोनों पक्षों की ओर से आवेदन दिया गया है। आवेदन के आलोक में पुलिस जांच कर रही है। जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।