संवाददाता- विवेक चौबे
गढ़वा : जिले के कांडी थाना क्षेत्र अंतर्गत खुटहेरिया गांव के 25 मजदूर पूरे परिवार के साथ विगत कई दिनों से झारखंड-उड़िसा के बोर्डर पर फंसे हुए हैं। मजदूरों के साथ तीन महिला व सात बच्चे भी हैं। उक्त सभी मजदूर उड़िसा में काम करते थे। कोरोना वायरस से उत्पन्न महामारी के मद्देनजर पूरे देश को लॉक डाउन किये जाने की वजह से सभी मजदूर आनन- फानन में घर आने के चक्कर में दोनों राज्यों के बोर्डर पर स्थित उड़िसा के मयुगभंग जिला के जामशाला स्थित सिमांत महाविद्यालय झारपोखरिया में फंसे हुए हैं। समूह में छोटे-छोटे बच्चे व महिला होने के कारण इन लोगों के बीच भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
मजदूरों द्वारा लगातार खुटहेरिया पंचायत की मुखिया- अनीता देवी से मोबाइल पर संपर्क कर घर बुलाने की गुहार लगाई जा रही है। इसके मद्देनजर शुक्रवार को मुखिया ने जिला मुख्यालय जाकर डीडीसी,डीपीआरओ, एसडीओ व डीडब्ल्यूओ से मुलाकात कर उड़ीसा में फंसे सभी मजदूरों को अविलंब घर बुलाने की आग्रह की है। मुखिया ने कहा कि ऐसी परिस्थिति में यदि उन मजदूरों को वहीं छोड़ दिया गया तो वे भूखे तड़प- तड़प कर, मर जाएंगे। पदाधिकारियों से मुलाकात के बाद संतोष जाहिर करते हुए मुखिया ने कहा कि उक्त सभी पदाधिकारियों द्वारा मजदूरों को शीघ्र घर वापस बुलाने का आश्वासन दिया गया है।