रांची। राज्य के आदिवासी युवाओं को विदेशों (यूनाइटेड किंगडम, नार्दर्न आयरलेैंड) में उच्च शिक्षा हेतु आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना शुुरू हो गई है। राज्य के आदिवासी कल्याण आयुक्त ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में दस युवाओं को इस योजना का लाभ देने के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। योग्य अभ्यर्थियों को 30 मई तक ई-मेल (टीडब्ल्यू-कॉम-जेएचआर एट द रेट ऑफ एनआइसी डॉट इन) के माध्यम से आवेदन देने को कहा गया है।
इस योजना के माध्यम से प्रत्येक वर्ष अनुसूचित जनजाति के चयनित दस युवाओं को यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड, कैम्ब्रिज जैसे बड़े विदेशी शैक्षणिक संस्थानों में 22 विषयों में स्नातकोत्तर या एमफिल की शिक्षा प्राप्त करने के लिए सरकार आर्थिक मदद देगी। इन विषयों में मानव विज्ञान, कृषि, कला और संस्कृति, जलवायु परिवर्तन, अर्थशास्त्र, विधि, मीडिया एंड कम्युनिकेशन, पर्यटन आदि शामिल हैं।
राज्य सरकार विद्यार्थियों के चयन में उन्हें पहली प्राथमिकता देगी जिनका चिह्नित संस्थानों में दाखिले के लिए ऑफर लेटर मिल गया है। दूसरी प्राथमिकता उन्हें दी जाएगी जो आइईसीटीएस, जीआरफ या टॉफेल परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके हैं। अभ्यर्थियों को आवेदन के साथ यह स्वघोषणा भी करना होगा कि वे इस योजना के लिए आवेदन देनेवाले परिवार के पहले सदस्य हैं तथा उनके माता-पिता केंद्र या राज्य सरकार में मंत्री नहीं हैं। मंत्रियों के संतानों को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।