मो० काजिरुल शेख की रिपोर्ट
पाकुड़ : जहां रामनवमी पर पूरे जिले भर में प्रतिवर्ष हर्षो उल्लास तथा मंत्रोच्चारण के साथ मंदिरों एवं घरों में ध्वजा पूजन किया जाता है, स्थान विशेष पर संकीर्तन एवं महाप्रसाद का आयोजन होता है, पाकुड़ नगर में विशाल अखाड़ा निकाला जाता है और चहूं ओर राम नाम के संकीर्तन से पूरा जिला भक्तिमय वातावरण में होता है, वहीं इस बार बिल्कुल ही शांत वातावरण में घरों में केवल ध्वज पूजन कर नियम को पूरा किया गया है।मंदिरों एवं घरो में ध्वजारोहण का कार्य सरकार एवं जिला प्रशासन द्वार जारी किए गए सावधानी एवं नियम को ध्यान में रखकर किया गया है। कोरोना वायरस के मद्देनजर मंदिरों में आम आदमी का प्रवेश नहीं हो सका। केवल पुरोहितों एवं जजमान द्वारा पूजन कार्य को संपन्न कराया गया।
इस कार्यक्रम पर लॉक डाउन का पूरा ध्यान रखा गया। जिले भर के किसी भी मंदिर में भीड़-भाड़ नहीं देखा गया। सभी ने जिला प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करते हुए अति साधारण तरीके से केवल ध्वजारोहण किया। लॉक डाउन के मद्देनजर जिले भर में कहीं भी भजन कीर्तन एवं यज्ञ का आयोजन नहीं किया गया।
प्रतिवर्ष स्टेशन से निकलने वाली रामनवमी अखाड़ा पहले ही निरस्त कर दी गई थी। समाज के सभी लोगों ने कहा कि इस समय देश की स्थिति को देखते हुए कोई भी बड़ा कार्यक्रम नहीं किया जाएगा। सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करेंगे।
पंडित झा ने कहा कि कोरोना की इस लड़ाई में हम सभी जिला प्रशासन और सरकार के साथ हैं। जब तक लॉक डाउनलोड रहेगा कोई कार्यक्रम नहीं होगा। उन्होंने सभी से लॉक डाउन को निष्ठा पूर्वक पालन करने के लिए कहा।