संवाददाता- विवेक चौबे
गढ़वा : सरकार द्वारा गरीबों के लिए कई प्रकार के लाभकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। ताकि कोई भी गरीब व्यक्ति भूखे पेट न रहे। इसके लिए जनवितरण प्रणाली के दुकान के माध्यम से गरीब लाभुकों को राशन मुहैया कराई जाती है, किन्तु जनवितरण प्रणाली के दुकानदार गरीब लाभुकों व उनके बच्चों के पेट की चिंता नहीं करते हैं, बल्कि गरीबों का राशन हड़पने की पूरी कोशिश करते हैं। यह कोई नया मामला नहीं है। सभी डीलर गरीब लाभुकों के राशन में 2-3 किलो कटौती तो करते ही हैं। साथ ही पूरा राशन भी कभी-कभी हजम कर जाते हैं।
मामला है जिले के कांडी प्रखंड की। इस प्रखण्ड में हमेशा ही डीलर की मनमानी की शिकायत आती रहती है। यहां के डीलर राशन में अभी भी कटौती करते हैं। बता दें कि कांडी प्रखण्ड क्षेत्र अंतर्गत बलियारी पंचायत के सनपुरा व बरवाडीह गांव के कई गरीब लाभुकों ने जनवितरण प्रणाली के दुकानदार- नरेश राम पर दो महीने का राशन नहीं देने का आरोप लगाया है।
आरोप लगाने वालों में कार्डधारी- उपेंद्र मेहता, मुंशी राम, रामराज मेहता, सिताराज मेहता, चंद्रमुखी मेहता, रामधनी मेहता, उदय मेहता सहित कई अन्य लाभुकों का नाम शामिल है।
उक्त सभी लाभुकों ने शुक्रवार को प्रखण्ड कार्यालय पहुंचकर प्रखण्ड आपूर्ति पदाधिकारी को एक लिखित आवेदन देते हुए राशन दिलाने की गुहार लगाई है। लाभुकों ने जानकारी देते हुए बताया कि नवम्बर व जनवरी माह का राशन डीलर द्वारा नहीं दिया गया है। लाभुकों को डीलर द्वारा साफ तौर पर राशन देने से इंकार कर दिया गया।
डीलर द्वारा बताया गया कि चावल का उठाव ही नहीं हुआ है। साथ ही डीलर द्वारा असंवैधानिक भाषा का इश्तेमाल किया जाता है। वहीं इस सम्बंध में कांडी प्रखण्ड आपूर्ति पदाधिकारी सह प्रखण्ड विकास पदाधिकारी- जोहन टुड्डू से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि लाभुकों ने डीलर पर दो माह का राशन नहीं देने का आरोप लगाया है। सत्यता की जांच कर डीलर के विरुद्ध कार्यवाई की जाएगी।