शेखर की रिपोर्ट
ऐसा कोई शहर नहीं है जो साइबर फर्जीवाड़े के फंदे में नहीं फशा हो तो ऐसा दो ही वजह से हो सकता है या तो ऐसे लोगो खुश किस्मत हैं जो उन्हें किसी ने लॉटरी जीतने का इनाम नहीं भेजा या उनके बैंक खाते एटीएम मोबाइल बैंकिंग इंटरनेट से जुड़ी सेवा में कोई धांधली नहीं हुई दूसरी मगर यह हो सकती है कि ऐसे लोग जागरूक होने के साथ-साथ अत्यधिक सतर्क हो अन्यथा देश में साइबर धोखाधड़ी से बचने के तमाम सरकारी प्रबंधक साईं बांध मारो के सामने पानी भरते नजर आते हैं पुलिस के मुताबिक मामूली जानकारी यह अपराधी साहिबा थानों से लेकर डिजिटल विशेषज्ञों तक को हर मामले में शक आ रहे हैं इसका प्रमाण हाल ही का घटना है जिसमें एक देश में पारी अभियान के तहत 18 राज्य में सक्रिय साइबर ठगों से बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया गया ओटीपी फॉर क्रेडिट कार्ड फ्रॉड ई-कॉमर्स फ्रॉड फर्जी पहचान पत्र बनाने पर जी मोबाइल नंबर हासिल करने पर भी पता प्यार करने मनी लॉन्ड्री और चोरी के सामान की इंटरनेट के जरिए खरीद बिक्री अभी से लेकर कोई ऐसा फाइबर फर्जीवाड़ा नहीं है जिस पर गिरोह के हाथ ना माया हो इस धरपकड़ के बाद भी इसकी गारंटी नहीं है कि डिजिटल ध्यान दे लिया रुक जाएगी और चलता बेफिक्र होकर बचपन लेनदेन खरीद लो शादी कर पाएगी कोरोना का हाल में तो यह महसूस हुआ कि हर काम की वजह हो जाने के लिए शुमार फायदे हैं लेकिन जितने कसीदे इस विजुअल व्यवस्था को लेकर काम है गए हैं उनसे कुछ कई गुना ज्यादा सिर दर्द है करो साइबर फर्जीवाड़े करने वाले की फौज ने पैदा किया है यह साइबर अपराधी झारखंड के बदनाम हो चुके जामताड़ा से लेकर दिल्ली एनसीआर तक की गली और अंधेरे कमरों में कंप्यूटर के पीछे मौजूद है।बैंक के क्रेडिट कार्ड आदि की जानकारी चुराकर रकम उड़ा देना दूसरे की स्थिति है यानी फिरौती के इतने लोगों कंपनी के कंप्यूटर नेटवर्क पर साइबर हमला कर उन्हें अपने कब्जे में ले लिया जाता है और बदले में फिरौती वसूल की जाती है पिछले साल की तुलना में किसी में 11 परसेंट और फिरौती में 6 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है पिछले डेढ़ साल में आम और खास लोग के बैंक खातों निजता यानी पहचान से जुड़े डांटा पर हाथ साफ करने की मांगों में करीब 6.3 सौ फ़ीसदी का इज़ाफ़ा हुआ है पराक्कुढ़ा नेटवर्क में मुताबिक भारत में ऐसा घटनाओं की सालाना संख्या 700000 हो गई है आधुनिक बैंक की तरह खाता खोलने से लेकर बैंकिंग का सारा काम काज घर बैठे करने के लिए बैंकों ने अपने कर्मों से उपभोक्ताओं को इंटरनेट के जरिए जोड़ने का जो प्रयास किया उसने सुविधा के साथ-साथ कई भी पैदा करती है। शातिर लोग की एक बड़ी फौज इधर देश की क्या अमेरिका ब्रिटेन तक के नागरिकों को फर्जी कॉल सेंटर आदि के जरिए लूटने पर आमदा है ऐसे में यदि साइबर अपराधी की धरपकड़ उन्हें बेहद सख्त सजा देने में तेजी नहीं लाई गई तो यह मर्ज एक लाइलाज महामारी की तरह ही बढ़ सकता है।