शेखर की रिपोर्ट
विस्थापित अप्रेंटिस संघ का अनिश्चितकालीन धरना छठे दिन सोमवार को भी जारी रहा। बीएसएल के मेन गेट जाने व आने वाली सड़क के साथ प्रशासनिक भवन व एचआरडी भवन के मुख्य गेट को भी जाम रखा गया। धरना कार्यक्रम को संबोधित करते अमजद हुसैन ने कहा कि बेमियादी धरना का छह दिन हो गया है पर प्रबंधन अभी भी हठ पर अड़ा हुआ है। ठंड दिनोंदिन बढ़ रही है। दिन में कोई खास परेशानी नहीं होती, पर बीच सड़क में रात गुजारना कठिन हो रहा है। विस्थापित लड़के बीमार पड़ रहे हैं। कोई सुध लेने वाला नहीं है। घर पर रह कर भूखे मरने से अच्छा है, प्रशासनिक भवन के सामने मरे। हम हिम्मत हारने वाले नहीं है। हमारा हौसला दिनोदिन बढ़ते जा रहा है। अपना अधिकार लिए बिना उठेंगे नहीं। सर पर कफन बांध कर आए हैं। जब तक तोड़ेंगे नहीं, तब तक छोड़ेंगे नहीं। कहा कि बोकारो इस्पात प्रबंधन जिस तरह से चुप्पी साधे हुए है, ऐसा लग रहा है कि ये हमारे आंदोलन के उग्र होने का इंतज़ार कर रहा है। यदि प्रबंधन हमारी मांगों पर जल्द पहल नहीं करती है तो प्रशासनिक भवन के सभी गेटों को पूरी तरह से जाम कर दिया जाएगा। धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रमोद कुमार दास ने तथा संचालन किशोर कुमार ने किया। धरना कार्यक्रम में अरविंद कुमार, दुर्गा चरण महतो, कैसर इमाम, मुबारक अंसारी, विकास प्रमाणिक, सुंदर लाल महतो, विनोद सोरेन, श्याम प्रसाद नायक, बसंत, संतोष, ब्रह्मदेव, उमेश, राज कुमार, सुनील मोदी, बिरेन्द्र, सुनील, शाहिद, सुभाष, सचिन सोरेन, गुलाम जिलानी, अनिल, शिव प्रसाद सोरेन, सुरेंद्र, सद्दाम हुसैन, राज कुमार, वरुण, जानकी, अंकित, रूपेश, राजेन्द्र, महताब, उमेश, दीपक, किशोर ठाकुर, अमित तुरी, आशीष, निशांत, ताहिर, शुभम, बादल, प्रेम समेत सैकड़ो बेरोजगार विस्थापित अप्रेंटिस मौजूद थे।
संघ की मुख्य मांगे :-
1. प्लांट ट्रेनिंग पूरा कर चुके सभी विस्थापित अप्रेंटिस को बीएसएल में अविलंब सीधे बहाल किया जाये।
2. सभी विस्थापित अप्रेंटिस का प्लांट ट्रेनिंग के बाद बीएसएल में नियोजन सुनिश्चित किया जाए।
3. सभी तरह के बहालियो में विस्थापितों के लिए अधिकतम उम्र सीमा को पूर्व की भांति 45 वर्ष किया जाए।
4. तीसरी सूची तथा बाकी अन्य विस्थापितों का ट्रेनिंग अविलंब प्रारंभ करवाया जाए।
5. तीसरी सूची के प्रशिक्षुओं से जो एफिडेविट मांगा जा रहा है वह असंवैधानिक है, इसे फौरन रद्द किया जाय।