देहरादून। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के 18 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को मुफ्त वैक्सीन लगाने के निर्णय को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बुद्धिमतापूर्ण बताया है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इंटरनेट मीडिया में लिखा की उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने 18 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों को मुफ्त टीका लगाने की साहसपूर्ण घोषणा की है।
उन्होंने कहा कि जितना नुकसान लाकडाउन आदि में होता है, यदि उसको जीडीपी की तुलना में कुल नुकसान को देखें तो टीकाकरण में आने वाला खर्च कम पड़ेगा। इस कारण यह निर्णय बुद्धिमतापूर्ण है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पहले भी सरकार के अच्छे कार्यों की इंटरनेट मीडिया में प्रशंसा करते रहे हैं। नेतृत्व परिवर्तन के बाद यह पहली बार है, जब उन्होंने सरकार के कदम को सराहा है।
प्रदेश सरकार ने बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए पेंशनरों व पारिवारिक पेंशनरों को जीवन प्रमाण पत्र जमा करने में बड़ी राहत दी है। उन्हें प्रमाण पत्र जमा करने के लिए के लिए 30 जून तक छूट रहेगी। प्रदेश में कोेरोना संक्रमण के मद्देनजर सरकार ने पेंशनरों को बीते वर्ष से प्रमाण पत्र जमा करने की छूट दी थी। यह छूट फरवरी में समाप्त हो गई थी।
इस अवधि में कई पेंशनरों ने पेंशन स्वीकृति के लिए जिला कोषागार व उपकोषागार जाकर अपने दस्तावेज जमा भी कराए। अब कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर बड़ी तेजी से बढ़ रही है। इसे देखते हुए शासन ने पेंशनरों व पारिवारिक पेंशनरों के लिए जीवन प्रमाण पत्र जमा करने की छूट बढ़ाकर 30 जून तक कर दी है। इस संबंध में सचिव वित्त अमित नेगी द्वारा निदेशक कोषागार, पेंशन व हकदारी का पत्र भेजकर छूट की सीमा बढ़ाने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।