शेखर की रिपोर्ट
कोरोना संक्रमण के बढ़ते केश ने केंद्र राज्य सरकार को चिंता में डाल दिया है यही वजह है कि केंद्र सरकार ने कोरोना प्रतिबंधों को फिर से लागू करने की बात पर विचार करने को कहा है। आपको बताते चले की कोरोना की दूसरी लहर धीमी गति हो जाने के चलते अनलॉक डाउन किया गया था जिसके चलते कुछ शहरों में सरकार के द्वारा छूटे दी गई थी वही कोरोना मामलों में बढ़ोतरी पॉजिटिविटी रेट में वृद्धि के चलते केंद्र स्वास्थ्य सचिव राकेश भूषण ने शनिवार को 10 राज्यों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की बैठक के दौरान स्वास्थ्य सचिव ने महाराष्ट्र केरल कर्नाटक तमिलनाडु असम उड़ीसा मेघालय मिजोरम आंध्र प्रदेश के प्रतिनिधियों से कहा कि पिछले कुछ समय मैं 10 परसेंट से अधिक कोरोना पॉजिटिव रेट वाले जिलों पर पहली नजर रखी गई है आपको बताते चले कि जिन राज्यों में छूट मिली है तो वही कोरोना संक्रमण अब धीरे-धीरे तीसरी रूप की ओर बढ़ते जा रहा है स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी कहा कि इस लेवल पर किसी भी तरह की ढील हालात को काबू से बाहर कर सकती है उन्होंने बताया कि भारत में 64 जिले में 10 परसेंट से अधिक कोरोना पॉजिटिव रेट दर्ज किया गया है जबकि 53 जिलों में एक बार फिर कोविंद का खतरा मंडरा रहा है यहां पर को विद पॉजिटिव रेड 5 से दस परसेंट के बीच बना हुआ है वही कोरोना मामलों में उछाल को देखते हुए
स्वास्थ्य स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन राज्यों को 4 बिंदुओं पर दिशा निर्देश जारी किया है स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी दिशा निर्देश के अनुसार जिन जिलों में कोरोना संक्रमण के ज्यादा के सामने आ रहे हो वहां कंट्रोल करने का प्रयास किया जाए बराबर निगरानी रखी जाए दूसरा करो ना मामलों की मैपिंग की जाए संपर्क में आए लोगों का पता लगाया जाए इसके साथ ही नियंत्रित क्षेत्रों को परिभाषित किया जाए तीसरी ग्रामीण इलाकों में हेल्थ इंस्पेक्टर को बढ़ाया जाए बल चिकित्सा देखभाल पर जोर दिया जाए सबसे अंत में सोना से होने वाली मौत पर नजर रखना उनकी प्रॉपर धन्ना करता है