ब्यूरो रिपोर्ट
दिल्ली-भारतीय कुश्ती संघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह और कई कोचों के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर दिल्ली में देश के कई स्टार पहलवान प्रदर्शन कर रहे हैं। 30 से ज्यादा पहलवान जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे हैं। प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने गुरुवार को कहा कि खेल मंत्रालय से बातचीत के बाद वे संतुष्ट नहीं हैं और उनका धरना जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि अगर शुक्रवार (20 जनवरी) तक अध्यक्ष इस्तीफा नहीं देते हैं तो उनके खिलाफ हम एफआईआर दर्ज करवाएंगे।
बुधवार (18 जनवरी) को बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक सहित करीब 30 पहलवान धरने पर बैठ गए। उन्होंने भारतीय कुश्ती संघ को भंग करने की मांग की। पहलवानों ने कहा कि अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और कई कोच ने खिलाड़ियों का शोषण किया है।
खिलाड़ियों द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद बृजभूषण शरण सिंह मीडिया के सामने आए। उन्होंने सभी आरोपों को खारिज किया। बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि अगर आरोप सही साबित हुए तो मैं फांसी पर लटक जाऊंगा। साथ ही उन्होंने खिलाड़ियों पर ट्रायल में भाग नहीं लेने के आरोप लगाए। बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि हाल ही में बजरंग और साक्षी मुझसे मिलकर गए, तब कोई समस्या नहीं थी।
खिलाड़ियों से मिलने दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल भी पहुंचीं। उन्होंने महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन शोषण के आरोपों को लेकर कुश्ती संघ से जवाब मांगा। साथ ही उन्होंने खेल मंत्रालय को भी नोटिस भेजा। वहीं, स्थानीय पुलिस से केस दर्ज करने की मांग की।
पहलवानों का धरना बुधवार को खत्म नहीं हुआ। उन्होंने अगले दिन गुरुवार को भी इसे जारी रखा। पहलवानों के समर्थन करने के लिए गीता और बबीता फोगाट के पिता महावीर फोगाट जंतर-मंतर पहुंच गए।
भाजपा नेता बबीता फोगाट दिल्ली के जंतर-मंतर में प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के पास पहुंचीं। बबीता भी पहले पहलवान रह चुकी हैं। इसके बाद वह राजनीति में आईं। उनके कई रिश्तेदार भी इस प्रदर्शन में शामिल हैं। बजरंग पूनिया ने बताया की बबीता सरकार की तरफ से बातचीत करने के लिए आई हैं। वह मध्यस्थ के रूप में यहां आई हैं और पहलवान उनसे बातचीत करेंगे। इसके बाद आगे की जानकारी दी जाएगी। बबीता फोगाट ने कहा कि उन्होंने पहलवानों से बात की और उन्हें यह आश्वासन दिया है कि सरकार उनके साथ है।
विनेश फोगाट ने हरियाणा कुश्ती संघ पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि हरियाणा में जो नया कुश्ती संघ बनाया गया है, उसमें भी बृजभूषण शरण सिंह जैसे लोग हैं। विनेश फोगाट के बाद पहलवान अंशु मलिका ने भी बृजभूषण सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि बृजभूषण खिलाड़ियों के होटल में रुकते थे और अपना कमरा खुला रखते थे।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की नेता वृंदा करात भी पहलवानों के प्रदर्शन में पहुंची हैं। हालांकि, उन्हें मंच पर नहीं चढ़ने दिया गया और उन्होंने पहलवानों से बातचीत की। बजरंग पूनिया पहले ही साफ कर चुके हैं कि उनका प्रदर्शन किसी राजनीतिक दबाव में नहीं हो रहा है। वह कुश्ती की भलाई के लिए विरोध कर रहे हैं। उन्हें किसी राजनेता के समर्थन की जरूरत नहीं है।
दिल्ली की पालम 360 खाप पंचायत के प्रधान सुरेंद्र सिंह सोलंकी ने भी पहलवानों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा, इस मामले में कुश्ती फेडरेशन के अध्यक्ष को तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे देना चाहिए। सरकार को उन्हें बर्खास्त कर देना चाहिए। ऐसा निष्पक्ष जांच के लिए जरुरी है। जंतर मंतर पर सैंकड़ों खिलाड़ी बैठे हैं। वे यूं ही किसी पर आरोप नहीं लगा सकते। उनकी भी अपनी साख है।
शरद पवार की पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह का इस्तीफा मांगा। एनसीपी के राष्ट्रयी प्रवक्ता क्लाइड क्रास्टो ने कहा “हमारे देश के लिए पदक जीतने वाली महिला पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ के सभी गलत कामों के खिलाफ खुद के लिए न्याय मांगने के लिए दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रही हैं।”
खेल मंत्रालय से बैठक के बाद बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने मीडिया के सामने अपनी बात रखी। पहलवानों ने कहा कि वह कुश्ती संघ के अध्यक्ष का इस्तीफा लेकर रहेंगे। पहलवानों ने यह भी साफ कर दिया कि जब तक कार्रवाई नहीं होगी, तब तक धरना जारी रहेगा। उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला है। पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा, ”अगर शुक्रवार (20 जनवरी) तक फेडरेशन को बर्खास्त नहीं किया जाता है तो हम कुश्ती संघ के अध्यक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाएंगे। साथ ही जब तक हमें न्याय नहीं मिल जाता है तब तक धरने पर बैठे रहेंगे।”