रेशम वर्मा कि रिपोर्ट
बलरामपुर-जिले के सेमरसोत अभ्यारण के अंतर्गत बुद्धूडीह गांव के समीप जंगलों में वन्यजीव जंगली सूअर के शिकार करने के मामले में वन विभाग की टीम ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों से वन विभाग की टीम कड़ाई से पूछताछ कर रही है। वन विभाग की टीम को आरोपियों के पास से जंगली सूअर का मास वनजीव के शिकार में उपयोग किए गए हथियार बरामद किए गए हैं। सेमरसोत अभ्यारण के अधीक्षक वी.भी. केरकेटा ने बताया जहां पूरा देश कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है, वही ग्रामीणों के द्वारा लॉकडाउन का फायदा उठाते हुए वन जीवो का शिकार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जैसे ही हमारी टीम को सूचना मिली कि कुछ शिकारी बुद्धूडीह जंगल की ओर शिकार करने गए हुए हैं। रेंजर डी.पी. सोनवानी के नेतृत्व में टीम तत्काल जंगल की ओर रवाना हुई। जहां शिकारियों की तलाश शुरू की गई। हालांकि वन विभाग को पहले दिन उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा। लेकिन फिर भी वन विभाग की टीम ने हार नहीं मानी और दूसरे दिन फिर से शिकारियों की तलाश में जंगलों के चप्पे-चप्पे में तलाश शुरू कर दी गई। तत्पश्चात वन विभाग की टीम को बड़ी सफलता हासिल हुई। इस कार्यवाही के दौरान वन विभाग ने संतन नाग – कोटपली, रमेश उर्फ चरकु – कोटपली, हरि नाग – कोटपली, लखन नगेसिया – बुधुडीह, रामकुमार – कोटपली एवम देवचरण – बुधुडीह को मौके से धर दबोचा वहीं आरोपियों के पास से जंगली सूअर का मांस, शिकार में उपयोग किए गए भरमार बंदूक 1 नग, भाला 1 नग, टांगी 2 नग, छर्रा बारूद बरामद किया है। वही पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि इस मामले में और भी लोग हैं, जहां वन विभाग की टीम इनकी पतासाजी कर रही है। जप्त जंगली सूअर के मांस को वन विभाग की टीम ने कार्यालय परिसर में ही जला कर खत्म कर दिया है। फिलहाल गिरफ्तार 6 आरोपियों को कागजी कार्यवाही करते हुए न्यायालय पेश किया गया है। वहीं अन्य आरोपी की तलाश शुरू कर दी गई है। इस कार्यवाही में वनपाल, विजयनाथ तिवारी, नीरज मिश्रा, समलु राम, राजेश राम, कृष्णा रवि, महंत टोप्पो, गोपाल राम, शिवप्रसाद यादव, देवदत्त राम, सुशील प्रीति, प्रेमदनी सहित वन अमला का अहम योगदान रहा है।