संस्था प्रबंधक पर 600 बोरी खाद्य को व्यापारी को बेचने का ग्रामीणों ने लगाया आरोप
हसौद-एक ओर सरकार किसानों को हरसंभव मदद देने की बात करती है, वहीं दूसरी तरफ जैजैपुर क्षेत्र के किसान खाद की कालाबाजारी से परेशान हैं। मामला जिले के जैजैपुर ब्लॉक अंतर्गत किकिरदा का है,यहां के किसानों ने जिला कलेक्टर,जिला उपपंजीयक, बिर्रा पर्यवेक्षक से लिखित शिकायत किया है। किसानों ने अपनी शिकायत में बताया कि सेवा सहकारी समिति मर्यादित घिवरा पंजीयन क्रमांक 818 के प्रभारी संस्था प्रबंधक कुशत चन्द्रा ने किसानों के लिए आए 600 बोरी खाद्य को किकिरदा के एक व्यापारी के पास बिक्री कर दिया है,जिससे किसानों को खाद्य के लिए दर-दर भटकना पढ़ रहा है। किसानों ने संस्था प्रबंधक कुशत चन्द्रा द्वारा दुर्व्यवहार,गाली-गलौज, धक्का-मुक्की किये जाने की भी बात कही गयी है।
व्यापारी कर रहा गांव में खुलेआम खाद्य की ब्रिकी
किसानों के अनुसार प्रभारी संस्था प्रबंधक कुशत चन्द्रा व व्यापारी द्वारा शासन को लाखों का चुना लगाते हुए सरकारी खाद को अवैध तरीके से पूरा दिन ट्रेक्टर में घुमा-घुमाकर गांव में बेचा गया,फिर बचे खाद को व्यापारी अपने गोदाम में रखवा दिया गया है।
व्यापारी के घर,गोदाम में छापे में बड़ी मात्रा में मिल सकते हैं खाद
वहीं नाम नहीं छापने कि शर्त पर ग्रामीणों ने बताया कि यदि समय रहते आधिकारीयों द्वारा व्यापारी के घर,गोदाम में छापा मारा जाता है तो बड़ी मात्रा में सरकारी खाद बरामद होगा,लेकिन अधिकारी को अवगत करने के बाद भी इस पर रुचि नहीं ली जा रही हैं,जिससे अधिकारीयों कि भुमिका भी संदेह के घेरे में नजर आ रही हैं।
प्रभारी संस्था प्रबंधक कुशत चन्द्रा द्वारा शासन के नियमों को धज्जियां उठाते हुए,शासन को लाखो का चुना लगाते हुए,किसानों के लिये आये खाद को सीधा व्यापारी को दे दिया गया,जिससे अब किसान मजबूरी में ही व्यापारी से अधिक दाम में खाद खरीद रहे हैं।
अधिकारी कार्यवाही के लिये नहीं ले रहे रुचि
वहीं ग्रामीणों ने बताया कि मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों से कि गई है,अधिकारियों को अवगत कराने के बाद भी उनके द्वारा इस मामले में कार्रवाई करने रुचि नहीं लिया जा रहा है,जिससे अधिकारीयों कि भुमिका पर भी प्रश्न चिन्ह उठ रहे हैं।
ऊंची पहुंच का धौस दिखाता है प्रबंधक
किसानों ने बताया कि प्रभारी संस्था प्रबंधक कुशत चन्द्रा द्वारा अपनी पहुंच उच्च अधिकारियों तक होने का धौस जमाता हैं,और अपनी पहुँच बड़े नेताओं तक होने का दावा करते हुए किसानों के साथ दुर्व्यवहार करता है।
नाम नहीं छापने के शर्त पर कर्मचारियों ने बताया कि प्रभारी संस्था प्रबंधक कुशत चन्द्रा द्वारा उनपर फर्जी कार्य करने के लिए दबाव डाला जाता है,जब उनके द्वारा ऐसा करने से मना किया जाता है तो अन्य जगह स्थानांतरण करने एवं निलंबित करने कि धमकी देते हुए शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है। अब आगे देखना होगा कि किसानों के लिखित शिकायत के बाद अधिकारियों द्वारा इस मामले में कितने दिनों में जांच कर संबंधित कर्मचारी,व्यापारी के ऊपर कार्यवाही कि जाती है। या अभयदान दे दिया जाता है।