डा. भीमराव अंबेडकर ने संविधान में सभी वर्गों के लिए समान अधिकार की व्यवस्था की कृष्णपाल गुर्जर
पलवल से निकुंज गर्ग की रिपोर्ट
पलवल, 15 अप्रैल। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा की भारतरत्न डा. भीमराव अंबेडकर ने संविधान में समाज के सभी वर्गों के लिए समान अधिकार की व्यवस्था की। उन्होंने गरीब-दलित वर्ग को जगाने व आगे बढ़ाने का काम किया। केंद्र व प्रदेश सरकार ने डा. भीमराव अंबेडकर के नाम पर विश्व स्तर पर पंच तीर्थ बनाने का काम किया तथा उनकी प्रतिमाएं संसद भवन परिसर व हरियाणा विधानसभा परिसर में स्थापित की।
श्री कृष्णपाल गुर्जर स्थानीय महात्मा गांधी सामुदायिक केंद्र एवं पंचायत भवन में डा. भीमराव अंबेडकर की 130वीं जयंती समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उनके साथ महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा भी मुख्य रूप से उपस्थित रहीं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा संसद परिसर में हर वर्ष डा. भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई जाती है। महापुरूष देश की अमानत होते हैं और भावी पीढ़ी को उनकी शिक्षाओं से प्रेरणा लेनी चाहिए। वे व्यक्ति विकास में शिक्षा की बड़ी भूमिका मानते थे। उन्होंने विश्व का बेहतरीन संविधान बनाया, जिसमें हर वर्ग के उत्थान व उनके अधिकार संरक्षित किए। वे संविधान को सर्वोपरि मानते थे। उनका मानना था कि संविधान के द्वारा ही देश के सभी वर्गों को समान रूप से आगे बढ़ाया जा सकता है। उनका कहना था कि भारत का प्रत्येक व्यक्ति संविधान के दायरे में आता है।
उन्होंने दलित व शोषित वर्ग को आगे बढ़ाने व उन्हें मुख्यधारा से जोडऩे के लिए आरक्षण देने का प्रावधान किया। उनका यह भी मानना था कि जब तक महिलाओं की तरक्की नहीं होगी, तब तक समाज का सर्वांगीण विकास संभव नहीं है, इसलिए संविधान में महिलाओं के अधिकारों के लिए विशेष व्यवस्था की। उन्होंने गरीब लोगों का आह्वïान किया की वे शिक्षित बने, संगठित रहें उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के शासन में ही डा. भीमराव अंबेडकर को भारत रत्न सम्मान मिला।
हरियाणा की महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार ने महापुरूषों की जयंती मनाकर उन्हें मान-सम्मान देने का कार्य किया है। गत 11 अप्रैल से 18 अप्रैल तक सभी जिलों में डा. भीमराव अंबेडकर जयंती मनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि संविधान के तहत डा. भीमराव अंबेडकर प्रत्येक जाति को समान अधिकार देने का कार्य किया तथा महिलाओं के अधिकार भी सुरिक्षत किए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी डा. भीमराव अंबेडकर के सिद्धांतों से प्रेरणा लेकर पानीपत से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरूआत की, जिसके तहत आज प्रदेश में महिलाओं की शिक्षा व सुरक्षा के लिए विभिन्न स्तरों पर अनेक कार्य किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने महिलाओं की शिक्षा को अधिक बल दिया है तथा आज प्रदेश में प्रत्येक 15 किलोमीटर के दायरे में एक महिला कॉलेज खोलने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। इसी प्रकार पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया है।
विधायक दीपक मंगला ने कहा कि डा. भीमराव अंबेडकर ने मानव कल्याण के लिए एक आदर्श स्थापित किया है। उनकी शिक्षाओं से समाज के हर वर्ग को प्रेरणा लेनी चाहिए। सरकार ने अभी हाल ही में पलवल के शहरी क्षेत्र सल्लागढ के राजकीय उच्च विद्यालय का नाम डा. भीमराव अंबेडकर के नाम पर किया है ताकि आगे आने वाली पीढियां उनके जीवन से निरंतर प्रेरणा लेती रहें। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे महान महापुरूषों के नाम से जो संस्थान खोल रही है यह सही मायने में उनको उचित मान-सम्मान देना है। इस कार्यक्रम में भाजपा के जिलाध्यक्ष चरण सिंह तेवतिया, पूर्व विधायक रामरतन, नगर परिषद पलवल के पूर्व चेयरमैन नेत्रपाल ने भी अपने विचार रखे।
इससे पहले मुख्य अतिथि सहित अन्य गणमान्य लोगों ने डा. भीमराव अंबेडकर के चित्र पर पुष्पार्पित कर उन्हें नमन किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथियों को स्मृति चिन्ह के रूप में संविधान की पुस्तिका भेंट की गई।
इस समारोह में हरियाणा भूमि सुधार एवं विकास निगम के चेयरमैन जगदीश नायर, पूर्व मंत्री सुभाष कत्याल, पूर्व विधायक सुभाष चौधरी, भाजयुमो के राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य गौरव गौतम हरियाणा पशुधन विकास बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष मेहरचंद गहलौत, पूर्व जिला अध्यक्ष लीलाधर वर्मा,वीरपाल दीक्षित, हरेंद्रपाल राणा, गंगालाल गोयल, राजेंद्र बैसला, सुरेंद्र सिंगला, जगमोहन गोयल,जिला उपाध्यक्ष महेंद्र भड़ाना,मीडिया प्रभारी हरेंद्र तेवतिया, भाजपा जिला उपाध्यक्ष महावीर सिंह, देवांशु गॉड, देवेंद्र शर्मा महिला, जिलाध्यक्ष रश्मि सहरावत,युवा नेता मयंक चौधरी, गीता माही,संगीता गर्ग,कुलदीप सौरोत गीता सौरोत सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।