शेखर की रिपोर्ट
कोरोना मरीज में होने वाली दूसरी खतरनाक बीमारी अंगद ने राज्य सरकार की चिंता बढ़ा दी है अन्य राज्यों की तरह झारखंड में भी इसके मामले सामने आ रहे हैं गुरुवार तक 9 कोरोना मरीज की चपेट में आ चुके हैं जिनमें 2 मरीज की जान भी जा चुकी है राज्य में अभी तक ब्लैक फंगश रांची किमिरिका नहीं 5 दिन नहीं 3 तथा धनबाद के एक अस्पताल में एक मरीज सामने आया है इसमें मेडिकल में भर्ती चतरा और धनबाद में एक एक महिला की मौत हो चुकी है दोनों मरीज मधुमेह से पीड़ित थे गंभीर रूप से कोरोना से संक्रमित हुए थे एक मरीज का तो सर्जरी कर आंख निकालना पड़ा जानकारी के अनुसार ब्लैक फंगश सबसे ज्यादा खतरा मधुमेह के मरीजों को है अनियंत्रित मदीने वाले लोग स्ट्राइड के इस्तेमाल से रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाने तथा लंबे समय तक वेंटिलेटर में रहने तथा वेरी कोना जोल थरेपी इस फंगश का संक्रमण होता है। आईसीएमआर ने कोरोनावायरस को सलाह दी है कि ब्लैक फंगस के लक्षणों पर नजर रखें साथ ही इसके लक्षण मिलने पर तत्काल की मात्रा कम करने या इसे बंद करने का भी सुझाव दिया है रांची के मेडिकल में ब्लैक फंगश के रोगियों के इलाज के लिए बनाई गई डॉक्टर की टीम में शामिल डॉ अनुराधा करती हैं अधिक शुगर होने तथा स्टाइल के अधिक उपयोग से यह समस्या आ रही है यह समस्या युवाओं को भी हो रही है उनके अनुसार मधुमेह से पीड़ित कोविड-19 कोविड-19 जो को आंख की पलक में सूजन या कम दिखना जैसा लक्षण हो तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। मधुमेह के गंभीर रूप से पीड़ित मरीजों में ब्लड फंगस का खतरा हो सकता है हालांकि अभी गिने-चुने में यह समस्या आई है इससे बचने के लिए शुगर नियंत्रण में रखने का प्रयास होना चाहिए इसके अलावा कोरोना के कुछ दवाओं का उपयोग मरीज की प्रति रक्षा प्रणाली पर असर डालता है जब इन दवाओं का उचित उपयोग नहीं किया जाता है तो यह ब्लैकफंगश के खतरे को बढ़ा देता है क्योंकि के मरीज एक प्रतीक्षा प्राणी फंगल संक्रमण से लड़ने में विफल रहती है