शेखर की रिपोर्ट
कौन कहता है की बेटी बेटों से कम तेज होती है। खेल की मैदान हो या जंग के मैदान नारी शक्ति आज पूरे देश में अपना नाम रोशन कर रही है इस बार कमाल किया है झारखंड की बेटी ने हजारीबाग के बड़कागांव की रहने वाली आकांक्षा कुमारी ने सीसीएल में बतौर माइनिंग इंजीनियरिंग अपना योगदान दिया है सीसीएल के 4 दशक के इतिहास में यह पहली बार है माइनिंग इंजीनियरिंग ने योगदान दिया है आपको बताता जाएगी सीसीएल में यह पहली बार हुआ है एक महिला माइनिंग नहीं योगदान किया है आकांक्षा ने मंगलवार को नॉर्थ करणपुरा क्षेत्र में चोरी भूमिगत खदान में ड्यूटी ज्वाइन की है आकांक्षा ने अपने इंजीनियरिंग कोर्स में माइनिंग को चुनकर न सिर्फ इस भ्रमित को तोड़ा है कि खनन क्षेत्र सिर्फ पुरुषों के लिए है बल्कि अपने जैसे और भी महत्वकांक्षी छात्राओं को भी प्रेरित किया है पहले आकांक्षा ने 3 वर्ष तक हिंदुस्तान लिमिटेड में भी अपनी योगदान दे चुकी है राजस्थान स्थित बल्लारी खदान में काम किए यह कांक्षा अप सीसीएल में पहली माइनिंग इंजीनियरिंग के रूप में बहाली हुई है उनके पिता का अशोक कुमार बड़कागांव के एक स्कूल में शिक्षक और मां कुमारी मालती देनी है आकांक्षा कोयला जोशी सीएमडी सीसीएल प्रसाद सभी निदेशक ने माइनिंग इंजीनियरिंग को बधाई दी सीएमडी ने कहा कि इस उपलब्धि ने क्षेत्र में महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत और असीम संभावनाओं के खोल दिया है