शेखर की रिपोर्ट
चक्रवाती तूफान यास को देखते हुए BCCL ने भी हाई अलर्ट जारी किया है वही अंडरग्राउंड माइनिंग पर रोक लगा दी गई है। इसके बावजूद धनबाद में 200 मजदूर को जबरन मौत के मुहाने में काम करने के लिए भेज दिया गया बीसीसीएल के लिए मजदूरी की जान से ज्यादा कीमती है कोयला। यास चक्रवात को देखते हुए धनबाद में जिला प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी की है। साथ ही BCCL ने भी अपने मजदूरी की सुरक्षा के मद्देनजर अलर्ट मोड पर से चक्रवाती तूफान यास को लेकर मिनी रत्ना कहे जाने वाली कोल इंडिया की इकाई BCCL में भी हाई अलर्ट जारी किया है ।इसके बावजूद BCCL को कोला एरिया की रिकवरी के दो माइंस में बीसीसीएल के 200 मजदूर को जबरन काम करने के लिए अंडरग्राउंड माइन्स में भी भेज दिया गया। जबकि हाई अलर्ट की सूचना के बावजूद भी वहां काम करने के लिए जबरन भेजा गया था लेकिन कोलियरी के अधिकारी के दबाव के कारण मजबूरी से उन्हें
माइंस के अंदर जाकर काम करना पड़ रहा है । बीसीसीएल अधिकारी इन मजदूरों के जान को जोखिम में डालकर कोयला का प्रोडक्शन करने में लगे है।
प्रोडक्शन अधिक से अधिक हो इसके लिए मजदूरों की जान की कीमत और कोयले की कीमत के सामने फीकी पड़ गई विक्ट्री कोइलरी के अधिकारी लगभग 200 मजदूर को जबरन माइंस के अंदर भेजकर उनके जान के साथ खिलवाड़ कर रहा है वही जब इस संबंध में बीसीसीएल के अधिकारी काम कर रहे
मजदूर से पूछा गया तो पहले हाई एलर्ट की सूचना से अपने आप को बंद चित बताया उसके बाद वह साफ तौर से झूठ बोला कि महज 50 लोग को इमरजेंसी कार्यों के लिए माइक में जाने की बात कही है आपको बताते जाएं कि हाल ही में कोयला की खदान में करीब 10 लोग दब के मर गए थे एक तो कोरोना का कहर और ऊपर से चक्रवाती तूफान यास सितम है हाई अलर्ट के बाद भी बीसीसीएल मजदूर के जान के साथ हो रहे खिलवाड़ क्या बीपीसीएल चास नाला खान दुर्घटना को दोहराना चाहती है।