अनुराग साहू कि रिपोर्ट
22 सौ छात्र छात्राओं सहित सैकड़ों राहगीर आए दिन रहते हैं इस घटिया सड़क के वजह से परेशान।
मस्तूरी-मस्तूरी से शासकीय पातालेश्वर महाविद्यालय जाने वाली मार्ग में जर्जर सड़क इतना बद से बत्तर हो गया है कि अधिकारी इस मार्ग में अपने लक्जरी वाहनों से बंद एसी में बैठ कर चले जाते हैं मगर राहगीर मोटरसाइकिल, पैदल मार्ग चलने वाले लोग इस जर्जर मार्ग से हलकान परेशान हो रहे हैं ।ग्रामीण एवं कालेज की छात्र छात्राओं ने तहसील कार्यलय का घेराव बीते समय कई बार कर चुके हैं परंतु सड़क निर्माण विभाग अपने अधिकारियों के आदेशों का भी पालन नही करते दिख रहे हैं। आप बोलते रहे हमारा काम हैं सुनना इसी तर्ज में सड़क निर्माण के अधिकारी मूकदर्शक बन कर बैठे हुए हैं। हाल ही मे दो बड़े वाहनो के चक्के धस जाने से राहगीरों को बड़ी परेशनियों का सामना करना पड़ रहा है जब सड़क विभाग के अधिकारियों से सम्पर्क करने पर एक ऐसा जवाब सामने आता हैं कि यह एडीबी विभाग की सडक है, तो कोई पीडब्ल्यूडी का बोलने के लिए जुबान में बस गया है, मगर कोई नही बता रहे है कि ये सड़क किस विभाग के है। मस्तूरी क्षेत्र के अधिकांश सड़क जर्जर हालत में है कई लोग इस जर्जर सड़क में गिर कर जख्मी हो चुके हैं। जयराम नगर मोड़ अंबेडकर चौक से लेकर पातालेश्वर कॉलेज कोसमडी तक की रोड सड़क के नाम पर पूर्ण रूप से गड्ढे में तब्दील हो गई है।
शासकीय पातालेश्वर महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने 27 सितंबर को किया था मस्तूरी एसडीएम कार्यालय का घेराव
जर्जर सड़क की स्थिति को लेकर शासकीय पातालेश्वर महाविद्यालय की सैकड़ों छात्र छात्राओं ने एसडीएम कार्यालय में घेराव कर रोड की मरम्मत के लिए मांग किया था जिसमें मस्तूरी एसडीएम के द्वारा 10 दिनों के अंतराल में रोड की मरम्मत करने की बात कहीं गई थी। लेकिन अभी भी सड़क मरम्मत नहीं हो पाया जिसकी वजह से अब छात्र-छात्राऐ चक्का जाम करने की बात कह रहे हैं।
युवा कांग्रेसियों ने किया था एसडीएम कार्यालय का घेराव तब स्वीकृति हुआ था एक करोड़ 15 लाख रुपए
2017 में युवा कांग्रेस मस्तूरी विधानसभा अध्यक्ष नितेश सिंह के नेतृत्व में इसी सड़क के नाम से भी हुआ था एसडीएम कार्यालय का घेराव जिसमें मस्तूरी एसडीएम द्वारा तत्काल संज्ञान में लेते हुए गौण खनिज मद से 1.करोड़ 15 लाख रुपए का सड़क निर्माण के लिए तत्काल स्वीकृति किया गया था ,लेकिन स्वीकृति होने के बावजूद भी यह रोड आज तक नहीं बन पाया है। मस्तूरी तहसीलदार अभिषेक राठौर ने जानकारी देते हुए बताया कि रोड की समस्या को लेकर अभी वर्तमान में गड्ढों की मरम्मत कार्य करवाया जा रहा है। ताकि छात्र छात्राओं के आवागमन में आसानी हो जाए, बरसात के सीजन चले जाने के बाद नए रोड के निर्माण कार्य करवाया जाएगा। जिसके लिए उन्होंने कुछ अधिकारियों को इसकी रिपोर्ट बनाकर भेजी है।