परवेज़ अंसारी की रिपोर्ट
दिल्ली। नॉर्थ दिल्ली जिला पुलिस के अंतर्गत स्पेशल स्टाफ की टीम ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए हाई प्रोफाइल चोरों के गैंग का खुलासा किया। यह गैंग पिछले कुछ सालों के अंदर करीब 500 गाड़ियों को दिल्ली, हरियाणा से चोरी कर दूसरे राज्यों में बेच चुका है। चोरों की बात करें तो वे दिल्ली में कार चोरी करने के लिए फ्लाइट से आते थे और चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद उसी चोरी वाली कार से ही फरार हो जाते थे। इस गैंग का आतंक और कनेक्शन दिल्ली सहित यूपी, बिहार, कोलकाता से लेकर नार्थ इस्ट के राज्यों तक फैला हुआ है।
नार्थ दिल्ली पुलिस की टीम को पिछले कुछ समय ये जानकारी मिल रही थी कि एक ऐसा गैंग दिल्ली में कार्यरत है जो एक्सीडेंट वाली गाड़ियों को इंश्योरेंस वालों से खरीदता है और उसी नंबर पर चोरी वाले कार या अन्य गाड़ियों को रजिस्टर्ड करवाकर उन्हें दूसरे राज्यों में बेच देता है। इस गैंग का कई राज्यों तक कनेक्शन फैला हुआ है।
स्पेशल टीम का किया गया गठन
इस मामले में दिल्ली पुलिस के नॉर्थ जिला की डीसीपी मोनिका भारद्वाज ने बताया कि इस मामले की तफ्तीश के आदेश हमने उस वक्त दिए थे, जब दिल्ली के शक्तिनगर इलाके से फॉर्चूनर कार की चोरी की खबर मिली। उसके बाद इस मामले में जांच का जिम्मा स्पेशल स्टाफ की टीम को दिया गया था। इस मामले में कार्रवाई करते हुए इंस्पेक्टर सुनील कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया, जिसमें हेड कॉन्सेटबल अर्जुन सिंह, हेड कॉन्स्टेबल दीपक त्यागी, कांस्टेबल प्रवीण, अजय, विनित, रविंदर और विक्की को टीम में शामिल किया गया। मामले की तफ्तीश के बाद तीन चोरों को गिरफ्तार किया गया। इनमें से राजू शर्मा, यूपी के आगरा का रहने वाला है। मोहम्मद हबीबूर रहमान उर्फ मुजीबुर रहमान इम्फाल और सागर रॉय कोलकाता का रहने वाला है।
गिरफ्तार तीन आरोपियों के पास से कई लग्जरी कार बरामद
डीसीपी के मुताबिक 18 जुलाई को हमारी टीम को एक महत्वपूर्ण जानकारी मिली. उसके बाद राजीव नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया था। जिससे ये जानकारी मिली थी कि उसने एक कार को बिहार में बेच दिया है। जिसे बाद में कोलकाता भेज दिया गया था। इस मामले में विस्तार से पूछताछ के दौरान ही उसने कई महत्वपूर्ण जानकारियां पुलिस को दी। उसके बाद इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस की टीम ने उसके दो अन्य साथियों को गिरफ्तार कर लिया। इनके ठिकाने से कई कार बरामद हुई हैं, जिन्हें दिल्ली, नोएडा और हरियाणा से चुराई गई थीं।
आरोपियों के बारे में ये जानकारी मिली है कि ये लोग फ्लाइट से चोरी करने आते थे और चोरी वाले कार में ही बैठकर अलग-अलग राज्यों में निकल जाते थे। पुलिस की टीम ने इन चोरों के पास से 10 लग्जरी कार बरामद किये हैं। पुलिस के मुताबिक यह गैंग कुछ ही सालों के अंदर पांच सौ से ज्यादा कारों की चोरी कर उन्हें दूसरे राज्य ले जाकर बेच दिया।
एक आरोपी की पत्नी है पुलिस
इम्फाल के रहने वाले आरोपी मोहम्मद हबीबूर रहमान की पत्नी मणिपुर में हेड कांस्टेबल पद पर कार्यरत है। इसलिए वह कई बार इसका फायदा मणिपुर में उठाता था। इसके साथ ही वह खुद भी एक गांव में डिफेंस फोर्स में कार्यरत था। इन तीनों आरोपियों का बहुत ही अच्छा कनेक्शन इंश्योरेंस कंपनियों के साथ था। जहां से ये लोग एक्सीडेंट वाली गाड़ियों का डिटेल निकलवाकर उसके रजिस्ट्रेशन नंबर यानी उसके आरसी नंबर, चेसिस नंबर को आधार बनाकर चोरी किये हुए कारों के नंबर प्लेट बदल देता था और उसे आसानी से बाहर ले जाकर बेच देता था। ये लोग चोरी वाली गाड़ियों को यूपी, बिहार सहित कई अन्य राज्यों में बेचा करते थे।