आज संसद की नई बिल्डिंग का उद्घाटन हो रहा है और संसद की इस नई बिल्डिंग का कई विपक्षी दल विरोध भी कर रहे हैं और उन्होंने इस कार्यक्रम का बहिष्कार भी किया है। राष्ट्रीय जनता दल ने जिस तरह से नई संसद बिल्डिंग को लेकर ट्वीट किया है उसपर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है।राष्ट्रीय जनता दल ने संसद की नई बिल्डिंग की तुलना ताबूत से करी है। पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से दो तस्वीरों को शेयर भी किया गया। एक तरफ ताबूत और दूसरी तरफ संसद की नई बिल्डिंग। इस तस्वीर के साथ पूछा गया है कि ये क्या है?राजद के नेता मृत्युंजय तिवारी ने बोला है कि जो इतिहास दफन किया जा रहा है, इतिहास को बदलने का, इतिहास को मिटाने की जो कोशिश की जा रही है, हमने उसका विरोध करा है। भाजपा ने इस लोकतंत्र के मंदिर को अपना कार्यालय ही बना दिया है।मृत्युंजय तिवारी ने ट्वीट कर सफाई देते हुए ये भी कहा कि यह प्रश्नवाचक चिन्ह है, इतिहास को दफन किया जा रहा है, इसी को दिखाया गया है। हमारी पार्टी ने जो तस्वीर दिखाई है वह इतिहास को बदला जा रहा है उसे प्रतीकात्मक रूप से दिखाया भी गया है।