नई दिल्ली-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रही अपील का संज्ञान लेते हुए चार वर्षीय बेटी शिवा पाण्डेय के लिवर ट्रांसप्लांट के लिए 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की है । शिवा दिल्ली के इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बिलियरी साइंस में भर्ती है दिल्ली में बेटी का उपचार करा रहे शिवा के पिता सत्येंद्र पाण्डेय सीएम योगी आदित्यनाथ से मिली इस मदद से अभिभूत हैं । अपनी बेटी के लिए वे लिवर दान कर रहे हैं लेकिन इस प्रक्रिया में आड़े आ रही धन की कमी को दूर करने के लिए वें सीएम योगी आदित्यनाथ से मिली मदद के लिए शुक्रगुजार हैं ।
गोरखपुर के पादरी बाजार क्षेत्र के निवासी शिवा के पिता सत्येंद्र पांडेय 7 हज़ार रुपए महीने की छोटी सी प्राइवेट नौकरी करते हैं वें अपनी बेटी शिवा का इलाज कोई 6 महीने से करा रहे । कोरोना संक्रमण के दौर में उन्होंने अप्रैल के पहले हफ्ते में तीन दिन के भीतर अपने माता-पिता दोनों खो दिया उधर बेटी की तबीयत बिगड़ने लगी तो डाक्टरों ने जवाब दे दिया । दिल्ली के अस्पताल में 12 मई से बेटी की जान बचाने के लिए जूझ रहे सतेंद्र को शिवा के लिवर ट्रांसप्लांट के लिए 20 लाख रुपये की जरूरत है । दिल्ली के वसंत कुंज स्थित इंस्टीट्यूट आफ लीवर एंड बिलियरी साइंस हॉस्पिटल में के पेडियाट्रिक हेप्टालजी वार्ड में बेड नंबर -18 पर भर्ती शिवा का उपचार डॉ विक्रांत सूद कर रहे हैं जिसका हर दिन 40 से 30 हजार रुपये का खर्च आ रहा है ।
परेशान हाल सत्येंद्र पाण्डेय को जब कोई रास्ता न सूझा तो उन्होंने अपने परिचित साहित्यकार दयानंद पाण्डेय को कॉल किया । दयानंद पाण्डेय अपने फेसबुक वॉल पर सत्येंद्र का नाम,अकाउंट नंबर: 33568629675, आई एफ एस कोड : SBIN0006504 और मोबाइल नंबर 7880884697 शेयर करते हुए लोगों से सतेंद्र के लिए मदद की अपील की । दयानंद पाण्डेय की इस अपील पर शिवा के पिता के एकाउंट में तकरीबन 8.60 लाख रुपये तो पहुंच ही गए साथ ही यही वायरल पोस्ट सीएम योगी आदित्यनाथ तक पहुंची , सीएम योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में मामला पहुंचने के बाद शिवा के उपचार के लिए अस्पताल से इस्टीमेट मांगा गया । बुधवार को अस्पताल ने 20 लाख रुपये का इस्टीमेट दिया जिसे मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी को भेजा गया । शुक्रवार को शलभमणि त्रिपाठी ने कॉल कर दस लाख रुपए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा स्वीकृत किए जाने की सूचना प्रदान की यह धनराशि सीधे अस्पताल प्रबंधन को भेजी जाएगी । साहित्यकार दयानंद पाण्डेय कहते हैं कि सिर्फ कुछ घंटों में ही इतनी बड़ी धनराशि किसी गरीब की 4 साल की बेटी के इलाज के लिए स्वीकृत करना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की संवेदनशीलता को दर्शाता है । यह पहली बार नहीं है कि उन्होंने ऐसी उदारता दिखाई है कहते है कि उन्हें पता है कि ऐसे न जाने कितने अनगिनत लोगों की मुख्यमंत्री ने मदद की है मैं उनकी इस तत्परता से अभिभूत हूं