रघु यादव मस्तूरी की रिपोर्ट
खारंग जलाशय खुटाघाट से मस्तूरी क्षेत्र के पंचायतों में सूखे तालाबों को भरने के लिए खुटाघाट डैम से पानी छोड़ दिया गया है जो मस्तूरी क्षेत्र के 208 ग्राम पंचायतों के सूखे तालाबों को भरने के लिए लगभग 15 दिवस के लिए छोड़ा गया है। जो सीपत क्षेत्र मस्तूरी क्षेत्र एवं पचपेड़ी क्षेत्र सहित जोंधरा लास्ट छोर तक सूखे तालाबों को भरने के लिए पानी दिया जाएगा।
खारंग जलाशय के एसडीओ मधुचंद्रा के जानकारी दिए अनुसार डैम से रोजाना 100 कियोस्क पानी छोड़ा जाएगा जिसे ग्राम पंचायतों के सूखे तालाबों को भरने के लिए दिया जा रहा है जो लगभग 15 दिनों के लिए डैम से पानी छोड़ा जायेगा खारंग जलाशय से लगभग 80 किलोमीटर दूरी तक के ग्राम पंचायत इस खारंग जलाशय के पानी से लाभान्वित होंगे।
आइए जानते हैं खुटाघाट खारंग जलाशय के बारे में
खूटाघाट जलाशय छत्तीसगढ़ राज्य के बिलासपुर जिले में बिलासपुर-अंबिकापुर हाईवे पर स्थित है। बिलासपुर जिले के रतनपुर से 12 किमी की दूरी में खारंग नदी पर इस बांध का निर्माण किया गया है। इस बांध का निर्माण 1920-30 में किया गया था। इस बांध की सहायता से पूरे मस्तूरी क्षेत्र की सिंचाई की प्रक्रिया में मदद करता है। इसके अलावा बिलासपुर शहर में पेय जल की
भी आपूर्ति की जाती है।
बांध का नाम खूटाघाट क्यो?
इस बांध के निर्माण के समय इसके डूबान क्षेत्र के जंगल को काटा नहीं गया था। जिस वजह से इस क्षेत्र के डूबने के बाद लकडु के बड़े-बड़े ठूंठ यहाँ बचे रह गए। बड़े ठूंठ को छत्तीसगढ़ी में “खूटा”
कहते है। जिस वजह में कालांतर में इस जगह को खूटाघाट के नाम जाना जाने लगा।