रघु यादव मस्तूरी की रिपोर्ट
बिलासपुर/मस्तूरी। प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमण की वजह से मौत के मामले में दूसरा मामला सामने आया है, जिसमें बिलासपुर के मस्तूरी क्षेत्र से लगभग 12 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत डंगनिया बिनैका की है। ग्राम पंचायत के सचिव असिम सोनडे के जानकारी दिए अनुसार 9 वर्षीय बच्ची को 29 मई के दिन परिजनों ने तबियत खराब होने पर सिम्स में एडमिट कराया था, जहाँ से परिजन 30 मई को ही बच्ची को खुद से डिस्चार्ज करा घर ले गए थे, जहाँ उसकी मौत हो गई और परिजनों ने 31 मई को उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया। जिसके बाद 1 जून को उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव मिली है, हालांकि सिम्स में भर्ती के दौरान ही उसका सेम्पल लेकर रायपुर भेज दिया गया था, जिसकी रिपोर्ट एक दिन बाद मिली तब तक उस बच्ची का अंतिम संस्कार हो चुका था, बच्ची की रिपोर्ट पॉजिटिव मिलने के बाद अब स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है, वही सिम्स के चिकित्सकों का मानना है कि उस बच्ची को ब्लड कैंसर के साथ-साथ पिलिया की शिकायत थी, जिसकी वजह से ही उसके परिजनों ने उसका उपचार बड़े अस्पताल में कराने की बात कहते हुए खुद से बच्चे को डिस्चार्ज करा लिया था।
संपर्क में आने वालों का लिया जा रहा सेम्पल
मामले में 9 वर्षीय बच्ची की ट्रेवल हिस्ट्री है जो अपने परिजनों के साथ इलाहाबाद से वापस लौटी थी, वही उसकी मौत के बाद अब उसके संपर्क में आने वाले 38 लोगों का सेम्पल स्वास्थ्य विभाग द्वारा लिया जा चुका है। और सभी 38 लोगों को अलग से कोरोनटाईन सेंटर बनाकर रखा गया है । वही इस मामले में अभी और भी वास्तविक तथ्य सामने आने की संभावना है, जिससे बड़ी लापरवाही सामने आ सकती है।