बलौदाबाज़ार के रोहांसी सागौन नर्सरी में डाला डेरा
कस्तूरी साहू की रिपोर्ट
छत्तीसगढ़ बलौदाबाज़ार जिले के पलारी विकासखंड के ग्राम रोहांसी में आज लगभग 11 बजे 17 हाथियों का दल तीन माह बाद वापस उसी जगह पहुंचा जहाँ उसने तीन माह पूर्व महीने भर तक डेरा जमाया हुआ था ।
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 17 हाथियों का दल जिसमे 4 दंतैल 3 बच्चे सहित सुबह सुबह 4 बजे अर्जुनी की तरफ से महानदी पार कर ग्राम अमेठी पहुंचा जहाँ उसने अमेठी निवासी गेंद राम ध्रुव के 22 एकड़ खेत जिसमे धान की फसल बोये है वहाँ उसकी फसलों को रौदते हुए उसका लगभग4 एकड़ फसल को नुकसान पहुंचाया । वहाँ ग्रामीणों ने इसकी जानकारी वन विभाग को दी । वन विभाग तत्काल ग्राम अमेठी पहुँची हाथियों का दल अपने जाने पहचाने पुराने रास्तों से होते हुए अपने मनपसंद जगह रोहांसी के बाँस के घने जंगल मे जाकर छुप गया जहाँ से वन विभाग की टीम और पुलिस की टीम हाथियों को भगाने का प्रयास किया विभाग के कर्मचारियों ने सीटी और ड्रम बजाकर हाथियों को खदेड़ने का प्रयास किया जिस हाथियों द्वारा वही जंगल मे ही घूमते रहे ।
थाना प्रभारी पलारी प्रमोद सिंह अपने सिपाहियों के साथ रोहांसी पहुंचकर सबसे पहले किसी भी ग्रामीणों को बाँस के जंगल के आसपास भी रहने नही दिया साथ ही नायब तहसीलदार कुणाल पांडेय भी दिन भर हाथियों के लोकेशन पर नजर रखे हुए है और लोगों को धारा144 का उल्लंघन नही करने का आदेश पंचायत के सरपंच को दिया साथ ही हिदायत दी कि कोई भी व्यक्ति हाथियों के आसपास भी न पहुचने पाये ।
फसलों को रौद कर बर्बाद किया
पिछली बार यही 17 हाथियों का दल पलारी क्षेत्र के विभिन्न ग्रामों में विचरण करते हुए सैकड़ों एकड़ की फसलों को तबाह कर दिया था उस समय एक व्यक्ति ही घायल हुआ था किसी भो प्रकार की जन हानि नही हुई थी । गर्मी के मौसम में चारा और पानी की तलाश में हाथियों का दल भटकते हुए फिर से पलारी क्षेत्र में पहुंचने से क्षेत्र वासियो में दहशत है कि इस बार कही ग्राम के अंदर न पहुंच जाए ।
इस संबंध में वन परिक्षेत्र अधिकारी राकेश चौबे से पूछने पर बताया कि हाथियों का दल रात्रि में पानी पीने नदी में उतरे थे रात्रि होने से वे दिशा भटक कर नदी पार कर अपने पुराने स्थान कक्ष क्रमांक 30 में पहुँच कर अपना डेरा जमा लिए है दिन में उनको भागने के लिए सीटी की आवाज के साथ साथ टीपा का तेज आवाज से कोशिश किया परंतु वे वही पर ही विचरण करते रहे रात्रि में फिर से वन विभाग की टीम मिर्च पावडर,सर्च लाईट, लाउडस्पीकर और मशाल का उपयोग कर भगाने की कोशिश करेंगे ।अगर फिर भी वे नही भागे तो सुबह सुबह फिर से प्रयास किया जायेगा ।