उमलेश जायसवाल की रिपोर्ट
बेलतरा : रतनपुर थाना पुलिस ने करीब सात माह पुराने एक अनसुलझे मामले को सुलझाने में बड़ी सफलता हासिल कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर ली है। आरोपी ने सात माह पहले ग्राम टेकर निवासी छत्तू वर्मा की हत्या कर शव को ग्राम धौरामुड़ा (बेलतरा) के अपने ही घर की बाड़ी में दफ़ना दिया था।
सीपत थाना क्षेत्र टेकर में रहने वाले एक व्यक्ति के गुमशुदगी की रिपोर्ट उसके पुत्र लालू वर्मा ने सीपत थाने में दर्ज कराई थी। जिसकी तलाश पुलिस कर रही थी वही परिजन भी उनकी तलाश में थी, जिन्हें पता चला कि छ्त्तू वर्मा जिस दिन लापता हुआ था, उस दिन उसका विवाद रतनपुर थाना क्षेत्र के धौरामुड़ा निवासी अईतराम गोंड़ से हुआ था, जिसके बाद से छ्त्तू वर्मा गायब है, अपने पिता की तलाश में जुटे पुत्र को पिता की सायकल एक ग्रामीण के पास मिली जिससे पूछताछ करने पर उसने नाले के पास सायकल मिलने की बात बताई जहाँ जाकर देखने पर एक बोरा और लाठी मिली जिसमे खून लगा था।
ग्राम धौरा मुड़ा में हुए क़त्ल में आखिरकार ग्रामीणों का शक ही सही साबित हुआ। एक दिन पहले गांव के एक घर से उठ रही तेज बदबू के बाद ग्रामीणों ने शक में पकड़ कर एक बुजुर्ग को रतनपुर पुलिस के हवाले किया था। उन्हें शक था कि आइतराम नामक व्यक्ति ने किसी की हत्या कर उसके शव को अपनी बाड़ी में गाड़ दिया है क्योंकि तेज बदबू के अलावा उसके ऊपर चील कौवे उड़ रहे थे और कुत्ते भी आसपास भटक रहे थे । थाने पहुंचकर आइतराम ने भी चौंकाने वाला खुलासा किया था। उसने कहा था कि उसने गांव टेकर में रहने वाले छत्तू वर्मा की हत्या 21 मार्च को कर दी थी और उसकी लाश को बांध में बहा दिया था लेकिन पुलिस पूछताछ में यह पता चला कि वह पुलिस को झूठ बोल रहा था। असल में उसकी आधी कहानी सच और आधी झूठ निकली । उसने छत्तू वर्मा की हत्या तो जरूर की थी लेकिन उसके शव को बांध में नहीं फेंका था बल्कि स्वयं गड्ढा खोदकर अपने ही घर के पीछे मौजूद बाड़ी में दफना दिया था। बताया जा रहा है कि सत्तू वर्मा ने अईसराम को ₹10,000 उधार दिया था जिसके बदले में आईत राम का मकान भी गिरवी था।
आरोपी को लेकर रतनपुर और सीपत पुलिस मौका ए वारदात पर पहुंची। तहसीलदार के पहुंचने के पश्चात गढ्ढे की खोदाई किया गया। जहां पर से मृतक का हड्डी बाहर निकाला गया। वही सिर और पैर को कुत्ता बाहर निकाल दिया था। जिसे अलग अलग बोरी में भरकर बांध किनारे सरपट घास में एक से डेढ़ माह पहले फेक दिया था। वही शरीर के अन्य हिस्से को गढ्ढे निकाल कर आरोपी ने जला दिया । जिसके पश्चात फिर उसी गढ्ढे में दफना दिया। आरोपी को लेकर पुलिस बांध किनारे पहुंची। जहां पर आरोपी के बताये जगह पर मृतक की सिर और पैर को ढुढ़वाया लेकिन नही मिला ।
घर की बाड़ी में दफनायी गई लाश
21 मार्च को शराब पीकर छत्तू वर्मा आइतराम के घर पहुंचा था और वह वसूली के लिए उसे परेशान कर रहा था। तंग आकर आइत राम ने उसके सर पर लाठी से वार कर दिया जिससे मौके पर ही छ्त्तू वर्मा की मौत हो गई और फिर अपने ही घर के पीछे बाड़ी में गड्ढा खोदकर उसे जलाकर दफना दिया । आरोपी के बयान के बाद उसे लेकर रतनपुर और सीपत पुलिस मौका ए वारदात पर पहुंच कर शव को खोदकर निकाला गया।
बदबू से मिला सुराग
दिखने में सीधा-साधा और मासूम सा लगने वाले अईतराम गोंड सात महीनों से अपने ही घर के पीछे गड़ाए गए शव के साथ रह रहा था और उसने मन ही मन एक कहानी भी गढ़ ली थी, लेकिन वह इसके बाद भी अपने अपराध को छुपा ना पाया। लाश से उठ रही बदबू ने इसकी चुगली कर दी। आसपास के ग्रामीणों की सतर्कता से ही इस मामले का खुलासा हुआ है नहीं तो छत्तू वर्मा के परिजन तो यही समझ रहे थे कि सत्तू वर्मा कहीं लापता हो गया।
सनसनीखेज़ वारदात का खुलासा
मामले की गंभीरता को त्वरित कार्यवाही करते हुए रतनपुर थाना प्रभारी हरविंदर सिंग ने बताया कि विगत सात माह पहले टेकर निवासी लालू वर्मा सीपत थाने में अपने पिता छ्त्तू वर्मा की गुमशुदगी का रिपोर्ट किया गया था। जिसकी पतासाजी की जा रही थी। इस घटना में दो थाने सीपत थाना ( मृतक-टेकर ) औऱ रतनपुर थाना (आरोपी-धौरामुड़ा) में आता है। जो सयुक्त रूप से जांच में संदेही को हिरासत में लेकर जब पूछताछ की तो उसने कबूल किया कि छ्त्तू वर्मा के पास उसका घर गिरवी रखा था, जिसके पैसे वह मांग रहा था, जिस बात पर ही विवाद हुआ और उसकी हत्या कर शव को जला कर बाड़ी में दफन कर दिया है। पुलिस ने मामले में उच्च अधिकारियों को सूचना देकर विधिवत शव को कब्र से निकालने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।
घटनास्थल पर कोटा एसडीओपी रश्मीत कौर चावला , बिलासपुर नायब तहसीलदार राजकुमार साहू, रतनपुर थाना प्रभारी हरविंदर सिंह, सीपत टी आई जयप्रकाश गुप्ता, स्पेशल टीम फॉरेंसिक रवि चंदेल के साथ बड़ी संख्या में पुलिस स्टॉप व ग्रामीण मौजूद रहें।