सन्नी यादव की रिपोर्ट
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में स्थित ऐतिहासिक पुरातात्विक एवं धार्मिक दृष्टि से प्रमुख स्थान श्री दूधाधारी मठ में श्रावण शुक्ल पक्ष पूर्णिमा रक्षा बन्धन जिसे संस्कृत दिवस के रूप में भी मनाया जाता है के पावन अवसर पर देववाणी संस्कृत भाषा जिसे विश्व की समस्त भाषाओं की जननी कहा जाता है ऐसे देववाणी संस्कृत भाषा का दिवस मनाया गया ।
इस अवसर पर श्रद्धेय गुरुदेव राजेश्री महन्त रामसुन्दर दास जी महाराज ने संस्कृत भाषा की महात्म्य एवं गरिमा के विषय में विस्तार से जानकारी प्रदान की और उपस्थितजनों से आग्रह किया कि भारतवर्ष की इस प्राचीनतम संस्कृत भाषा को जन- जन तक पहुँचाने का प्रयत्न करना चाहिए।
इस अवसर पर श्री दूधाधारी मठ के मुख्तियार श्री रामछवि दास जी, श्री राम तीरथ दास जी, मठ के पुजारीगण ,विद्यार्थीगण,सन्त महात्मा एवं श्री दूधाधारी संस्कृत विद्यालय के प्राधानाचार्य पं कृष्णवल्लभ शर्मा जी विशेष रूप से उपस्थित रहे।