संजय यादव की रिपोर्ट
बिलासपुर छत्तीसगढ़। बिलासपुर की बहु प्रतीक्षित तिफरा ओवरब्रिज के निर्माण की लागत तकरीबन 67 करोड रुपए है। लेकिन इस निर्माण कार्य की रफ्तार इतनी धीमी है यह शहर के लोगों के लिए सर दर्द बन चुका है। वही अब शहर के विधायक शैलेश पाण्डेय औचक निरीक्षण कर प्रोजेक्ट से जुड़े जिम्मेदार विभाग और उनके अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई है।
बिलासपुर तिफरा ओवरब्रिज का औचक निरीक्षण करते वक्त विधायक शैलेश पाण्डे ने 6 महीने के भीतर अधूरे निर्माण कार्य को पूरा करने के निर्देश दिए हैं साथ ही यातायात को सुगम बनाने के लिए एएसपी यातायात की मौजूदगी में ठेका कंपनी और नगर निगम के कर्मचारियों को जमकर फटकार लगाई।
दूसरी तरफ विधायक की फटकार और नाराजगी के बावजूद ठेका कंपनी के अधिकारी सरकारी विभागों पर ही आरोप लगाने में लगे रहे। इनकी मानें तो विद्युत विभाग, नगर निगम और जिला प्रशासन जैसे विभागों से उन्हें पर्याप्त सहयोग नहीं मिलता, जिसकी वजह से प्रोजेक्ट को पूरा करने में देरी होती है ।
ऐसे में बेहतर होता कि विधायक महोदय अपने सरकारी विभागों को भी सहयोग करने के निर्देश देते। बरहाल विधायक शैलेश पांडेय और ठेका कंपनी के अधिकारी के बयान को सुना जाए तो यह साफ हो जाता है कि इस प्रोजेक्ट में लेटलतीफी सरकारी और ठेका कंपनी दोनो ही की लापरवाही के कारण हो रहा है।