हरिश साहू की रिपोर्ट
जांजगीर-चांपा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने विद्यालयों द्वारा मनमानी ढंग से विद्यार्थियों का ले रहे फीस पर आज ज्ञापन सौंपा है। इस वर्ष कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से छात्र छात्राओं के पालकों की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है इस कारण शिक्षा विभाग द्वारा द्वारा विद्यालयों में प्रवेश हेतु शाला विकास शुल्क, स्काउट गाइड, रेड क्रॉस आदि किसी भी प्रकार के स्थानीय नीधियों के शुल्क नहीं लेने का आदेश जारी किया गया है परंतु जांजगीर-चांपा जिले के अनेक निजी व सरकारी विद्यालय द्वारा शासन प्रशासन के आदेशों की अवहेलना करते मनमानी ढंग से पैसे लिए जा रहे। इस विषय में लगातार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के पास शिकायत मिल रही हैं जिसके कारण छात्र छात्राओं को बहुत ही परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही विद्यालय द्वारा बहुत सारी अनियमितताएं बरती जा रही हैं। प्राइवेट स्कूलों में ऑनलाइन क्लासेज के नाम से फीस बढ़ाकर पैसे लिए जा रहे हैं। स्थानांतरण प्रमाण पत्र, चरित्र प्रमाण पत्र व माइग्रेशन के लिए बेहिसाब पैसे लिए जा रहे हैं जो नियमों के खिलाफ है। रसीद मांगने पर किसी भी प्रकार की कोई रसीद भी नहीं दिया जा रहे हैं।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा जिले के जितने भी विद्यालयों में छात्र छात्राओं से शुल्क लिया गया हैं उनका शुल्क वापस कर दोषियों पर कार्यवाही करने की बात कही है। इस अवसर पर जिला संयोजक अमर महंत जी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मनोबल सिंह जाहिरे, हेमंत पैगवार, नगर मंत्री नरेन्द्र कश्यप, अखिलेश थवाई, एकांत गुप्ता, सुमन लहरे, हरनारायण यादव, प्रदीप, श्रीजन सोनी अन्य सभी कार्यकर्ता उपस्थित थे।