हरिश साहू की रिपोर्ट
रायपुर । जशपुर निवासी छै साल की मासूम बच्ची जिसका ईलाज जशपुर जिले के सरकारी अस्पताल मे चल रहा था जिसे वहा गलत स्लाईन चढा दिया गया सिस्टम की गलती का खामियाजा ईतना बडा था कि बच्ची का एक पैर सडने लगा जिसे रायपुर के एम्स भेजा गया और 22 फरवरी को एम्स मे मासूम रिम्शा कुरैशी के पैर को शरीर से अलग कर दिया गया उसके बाद एम्स ने 6 फरवरी को बच्ची को डीकेएस अस्पताल रैफर किया जिसे चार दिन रखने के बाद डीकेएस ने आज तडके सुबह रिम्शा को जिला अस्पताल कालीबाडी भेज दिया बच्ची की नाजुक हालत देखकर जिला अस्पताल ने हाथ खडे कर वापस डीकेएस रैफर किया इस पूरे घटनाक्रम मे चार बार ईधर से ऊधर गरीब मुस्लिम परिवार होता रहा और सुबह से रात हो गयी बच्ची अचेत हालत मे गेट पर पडी रही ऐसे गंभीर हालत मे बच्ची की मा ने भाजपा नेता गौरी शंकर श्रीवास को फोन लगाया घटना की जानकारी मिलते ही गौरी शंकर श्रीवास तत्काल वहा पहुचकर अस्पताल प्रबंधन को जमकर लताड लगाकर बच्ची को अंदर दाखिला करवाया।
भाजपा नेता गौरी शंकर श्रीवास ने कहा सरकार प्रदेश मे बच्चो के लिये अलग से बजट लाने का प्लान कर रही है और ये हाल है कि राजधानी मे एक गरीब मुस्लिम परिवार की बच्ची के साथ ऐसा सलूक किया जा रहा प्रदेश मे प्रशासन और स्वास्थ व्यवसथा पूरी तरह दम तोड चूकी है पहले ही उस मासूम की जिदंगी बरबाद हो चूकी है अब उससे जीने का भी हक ये सरकार छीन रही है। 172 करोड़ का कोविड काल मे विज्ञापन बांटने वाली सरकार और स्वास्थमंत्री ने नैतिकता खोया।