सन्नी यादव की रिपोर्ट
जांजगीर चांपा । कलेक्टर श्री यशवंत कुमार ने जिले में मत्स्य पालन व्यवसाय को बढ़ावा देने हेचरी की संख्या बढ़ाने और निस्तारी तालाबों को छोड़कर शेष सभी तालाबों को मछली पालन के लिए पट्टे पर देने और मत्स्य बीज तैयार करने समितियों का चयन और उन्हें प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने आज जांजगीर चांपा जिला मुख्यालय के निकट जांजगीर-चांपा मुख्यमार्ग के किनारे कुलीपोटा ग्राम स्थित शासकीय हेचरी का सघन निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने हेचरी (मछली बीज) उत्पादन के लिए प्रारंभ से लेकर अंत तक की प्रक्रिया की जानकारी ली । कलेक्टर ने मछली बीज तैयार करने जिले कीे कम से कम 10 मत्स्य सहकारी समितियों का चयन कर समिति के सदस्यों को प्रशिक्षण देने के निर्देश सहायक संचालक मत्स्य श्री कंवर को दिए।
कलेक्टर ने कुलीपोटा मत्स्य प्रक्षेत्र की भूमि पर ग्रामीणों द्वारा बेजा कब्जा करने और शासकीय सामग्रियों को ले जाने की शिकायत पर ऐसे असामाजिक तथ्यों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के निर्देश दिए। कलेक्टर ने मत्स्य प्रक्षेत्र की सीमावर्ती भूमि पर बेजा कब्जा की शिकायत पर वहां वृक्षारोपण करने के निर्देश सहायक संचालक को दिए। सहायक संचालक मत्स्य श्री एस एस कंवर ने बताया कि कुलीपोटा में करीब तेरह करोड़ स्पान तैयार किया जा रहा हैै। उन्होंने बताया कि कतला प्रति लाख 900 रूपये फ्राई (15 दिन) प्रति हजार 75 रूपये, फिंगर साईज प्रति हजार 400 रूपयें की दर से विक्रय किया जाता है । कलेक्टर ने हेचरी में कतला,स्पान, मिरकल सहित अन्य मत्स्य बीज उत्पादन की प्रक्रिया की जानकारी ली।
इस अवसर पर जिला पंचायत के सीईओ श्री तीर्थराज अग्रवाल, सहायक संचालक मत्स्य तथा हेचरी के अन्य अधिकारी ,कर्मचारी मौजूद थे।