रघु यादव मस्तूरी की रिपोर्ट
बिलासपुर। तोरवा में 4 अगस्त को भोजली पर्व की तैयारी में जुटी आयोजन समितियां छत्तीसगढ़ के लोक संस्कृति परंपरा भोजली पर्व नाग पंचमी से बोनी शुरू होती है उस दिन तक गेहूं,जवा, सहित पांच तरह के अन्न से भोजली उगाकर पर्व के दिन उसे नदी, तालाबो में विसर्जन करते हैं। भोजली बोने के लिए सबसे पहले कुम्हार के घर से खाद, मिट्टी लाई जाती है इसके बाद किसी सार्वजनिक भवन ,घर से टोकरी में भोजली बोंते है। और भोजली मईया को सुबह हो यहां शाम को आरती करते है और सेवा गीत कर भोजली मईया को देवी गंगा देवी गंगा और उस दिन से पूजा करते रहते हैं।
भोजली पर्व का महत्व
छत्तीसगढ़ के सभी पारंपरिक त्यौहार में भोजली पर्व को विशेष महत्व है। मित्रता ,आदर और विसवास के प्रतीक इस पर्व में भोजली विसर्जन के बाद भोजली पर्व के दिन मितान= मितानी का परपंरा का दिन कहते हैं। भोजली महोत्सव समिति के अध्यक्ष शंकर यादव ने बताया कि छत्तीसगढ़ का लोक संस्कृति पारंपारिक त्यौहार है। तोरवा पटेल मोहल्ला भोजली घाट में 13 साल से भोजली महोत्सव का आयोजन होते आ रहा है। जिसमे विधि में प्रतियोगिताओं के साथ छत्तीसगढ़ी भाषा के पुस्तक विमोचन कार्यक्रम भी होता है और छत्तीसगढ़ के लोक संस्कृति जैसे छत्तीसगढ़ के फिल्मी अभिनेत्री,अभिनेता, नाच, गाना सेवा गीत ,अनेक प्रकार का कार्यक्रम होते हैं। भोजली महोत्सव के कार्यक्रम में 300 से ज्यादा संख्या में महिलाओं एक कलर के साड़ी पहन कर भाग लेती है। जब की भोजली महोत्सव के कार्यक्रम को देखने के लिए लगभग चार हजार लोगों एकत्रित होते है। भोजली महोत्सव के पर्व प्रतियोगिता में भाग लेने वालों को नगद पुरस्कार एवं कप दिया जाता है। और सांत्वना में सभी 200 साड़ी दिया जाता है। तोरवा भोजली घाट पटेल मोहल्ला विवेकानन्द नगर बिलासपुर में भोजली महोत्सव पर्व को धूमधाम से मनाते है। भोजली विसर्जन एवं कार्यक्रम के लिए स्थान में पचरी निर्माण नहीं होने से बहुत ही परशानी का सामना करना पड़ता हैं भोजली महोत्सव समिति तोरवा 13 साल से भोजली घाट की मांग कर रही है। लेकिन नहीं बन पाई है। भोजली पर्व छत्तीसगढ़ के लोक संस्कृति लोक पर्व भोजली पर्व को भी राज्य में विशेष स्थान , देने की मांग करते है ।
उचित दूरी का पालन करते हुए भोजली विसर्जन के समय सभी को मास्क पहनना अनिवार्य है भोजली महोत्सव समिति के अध्यक्ष शंकर यादव, मुकेश केवट, कमल पटेल, सुनील भोई , विनोद भोई ,नंदकिशोर यादव, , गीता निर्मालकर देवा भोई धनेश रजक ,शुभम यादव, गोपाल यादव, महेंद्र घुरू अनिल यादव, रामचरण रजक, रामकुमार पटेल , मनीष पटेल, मनोज यादव, संजय पटेल,गुहा केवट ,किशोर केवट, श्रीमती सुखमत केवट, रामबाई सौनिक, जुंगा भोई रामप्यारी पटेल, कुंवारी भोई बनवास यादव दुर्गा विश्वकर्मा संगीता यादव ,अमरीका भोई, पार्वती पटेल, विमला तिवारी , रामेश्वरी रजक , समस्त भोजली महोत्सव समिति तोरवा बिलासपुर छ, ग।