रेशम वर्मा की रिपोर्ट
कसडोल। वनांचल क्षेत्र के नगर से मात्र 4 किलोमीटर दूर ग्राम किसनपुर के पास एक बांध के नीचे सुबह एक जंगली हाथी मृत पाया गया। हाथी को देखने से पता चलता है कि हाथी गर्भवती थी ।प्रथम दृष्टया हाथी की मौत करंट लगने से हुई बताया जा रहा हूं।बहरहाल वन विभाग की टीम घटनास्थल की ओर रवाना हो चुकी है। घटनास्थल के पास से शिकार में प्रयुक्त तार बांस की कुटी दवाई की खाली शीशी दिखाई दे रहे हैं।
ग्रामीण सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार की प्रातः कुछ ग्रामीण ग्राम किशनपुर के समीप स्थित एक बांध में ग्रामीण दैनिक क्रिया हेतु गए तब वे बांध के पास एक विशालकाय हाथी को मृत देख चोंक गए।हाथी के मरने की खबर जब ग्राम पहुची तब देखते ही देखते घटनास्थल पर ग्रामीणों की भीड़ लग गयी।घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय रेंजर यु एस बसन्त घटना स्थल रवाना हो गए है।श्री बसन्त ने इस प्रतिनिधि को बताया कि कल रात हाथियों का लोकेशन गिरना जंगल मे था।रात में ही हाथी जंगलो से होते हुए किशनपुर ग्राम के पास स्थित बांध तक जा पहुचे।वहाँ से एक हाथी की मौत की खबर आ रही है।हाथी की मौत विद्युत करंट से हुई है। जिस खेत में मृत हाथी पाया गया वह खेत किशनपुर निवासी कीर्तन भोई का बताया गया है ।बहरहाल घटना का कारण एवम समय जांच के बाद ही पता चल पाएगा। ज्ञात हो कि आज ही हमने बया छेत्र आसपास के क्षेत्रों में करंट से शिकायत संबंधित समाचार का प्रकाशन किया था जिससे यह साबित होता है कि यह बात सौ परसेंट सही है अभी हाल ही में देवपुर परी क्षेत्र में सांभर का शिकार करंट से किया गया था जिस पर दो ग्रामीणों को गिरफ्तार भी किया गया था इससे यह साबित होता है कि यह क्षेत्र के साथ साथ किशनपुर रामपुर क्षेत्र में भी भारी मात्रा में विद्युत तार लगाकर शिकार किया जाता है शिकार होते ही छोटे वन्य प्राणी शिकार से मौत होते ही उसको तुरंत गायब कर दिया जाता है यहीं पर भी अगर यह हिरण ,सांभर, जंगली सूअर का शिकार हुआ होता तो शायद शिकार का पता ही नहीं चलता।। किशनपुर मैं वनरक्षक निवास होने के बाद भी वनरक्षक अपने गृह ग्राम में रहता है जिससे आए दिन यहां पर शिकार की घटना में भारी बढ़ोतरी हुई।