हेमंत कुमार साहू की रिपोर्ट
रायपुर- छत्तीसगढ़ सरकार स्वास्थ विभाग द्वारा पिछले वर्ष जुलाई से सिंतंबर के बीच कोरोना संघर्ष में सेवा देने हेतु शासन के जिलों में उपलब्ध डी.एम.एफ. आपदा प्रबंधन फंड से पूरे प्रदेश में लगभग 4800 लैबटक्निशियन, स्टाफ नर्स, स्वीपर, वार्ड बाॅय, माइक्रो बायोलाजिस्ट के पदों में अस्थाई रूप से कोरोना संक्रमण काल में सेवा करने वाले इन कोरोना योद्वाओं की सेवाएं 31 मार्च से समाप्त करने का नोटिस अनेक जिलों में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारियों द्वारा दिया जा रहा है। इसके विरोध में छत्तीसगढ़ के लकभग सभी जिले से स्वास्थ कर्मियों ने धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री व स्वास्थ मंत्री के नाम कलेक्टर के प्रतिनिधि गोविंद सिन्हा तहसीलदार को गयापन सौपा। मांगपत्र में 10 दिन का अल्टिमेंटम राज्य सरकार को दिया गया है। सेवा समाप्ति का निर्णय वापस न होने पर उग्र प्रांतव्यापी आंदोलन होली के बाद किया जायेगा ।
प्रदेश तृतीय वर्ग कर्मचारी संध के प्रांतीय अध्यक्ष विजय कुमार झा आंदोलनकारियों की सभा को संबोधित करते हुए आंदोलन का समर्थन किया है। श्री झा ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बधेल 01 मार्च को बजट भाषण में बेरोजगारी दूर करने का प्रस्ताव रखे है और 31 मार्च को 4800 स्वास्थ संविदा कर्मीयों को बेरोजगार किया जा रहा है। इन कर्मचारियों की नियुक्ति आपदा मद में किया गया था। प्रदेश के जिम्मेदार स्वास्थ मंत्री टी.एस.सिंहदेव द्वारा इन आंदोलनकारियों को आपदा समाप्त हो गया, इसलिए सेवा समाप्त करना बताया गया । प्रदेश में निरंतन कोरोना संक्रिमितों की संख्या व कोरोना से होने वाली मौत की संख्या निरंतर बढ़़ रही है। दूसरी तरफ स्वास्थ विभाग सीधी भर्ती कर स्टाफ नर्सो की भर्ती के लिए साक्षात्कार लेने में जुटी हुई है। आंदोलनकारियों की प्रमुख मांग सेवा समाप्ति का निर्णय वापस लिया जाकर सीधी भर्ती में इन कारोना योद्वाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जावे। सेवा के दौरान पाॅजिटिव्ह पाए गए इन स्वास्थ कर्मियों को मुआवजा दिया जावे। सभी कोरोना योद्वाओं का जीवन बीमा किया जावे। सभी कोविड कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि दिया जावे। मृत कोरोना योद्वाओं के आश्रित परिजनों को उचित मुआवजा व रोजगार दिया जावे। कोविड कर्मचारियों का निःशुल्क इलाज किया जावे। प्रदेश में एच.आई.वी. मलेरिया विभाग की भाॅति पृथक से कोविड विभाग बनया जावे। इन मांगों को 10 दिन में पूरा नहीं किया जावेगा तो होली के बाद अनिश्चितकालिन आंदोलन करने की धोषणा सभा स्थल पर ही संध के प्रांतीय सचिव बलौदाबाजार अध्यक्ष गंगाराम धीवर, भूषण साहू, भूपेन्द्र साहू, मनी साहू, गंगोत्री झरना साहू, राहुल मोराज, आदि ने संबोधित कर शासन को अल्टिमेटम दिया।