रघु यादव मस्तूरी की रिपोर्ट
बिलासपुर| एक ओर जहा जिले भर में सायबर मितान के तहत पुलिस आमजनता को जागरूक करने की सराहनीय पहल की है जिससे खुश होकर सांसद, विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, पुलिस अधीक्षक, महापौर रामशरण यादव, राजेंद्र शुक्ला पूर्व ग्रामीण अध्यक्ष कांग्रेस, अभय नारायण राय द्वारा पुलिस की प्रशंसा की वही दूसरी ओर पचपेड़ी क्षेत्र में किसानो की बैठक में कथाकथित सोशल मिडिया का लेखक मिडिया का धौस दिखाकर ग्रामीणों से अवैध वसूली करने लगा जिसका किसानो व ग्रामीणों ने विरोध किया जिसके बाद उक्त कथाकथित सोशल मिडिया के लेखक द्वारा जबरन किसानो के ही खिलाफ शिकायत कर दिया|
इस मामले में जानकारी यह सामने आ रही है कि किसानो व ग्रामीणों का पल्ला भारी होने पर कथाकथित लेखक व ग्रामीणों के बीच आपसी राजीनामा होने की भी अटकले है| इस पुरे मामले में संगठित रूप से अवैध वसूली करने वाले के खिलाफ जिले के आईजी-एसपी को संज्ञान लेकर कार्यवाही की जानी चाहिए|
सोशल मीडिया के माध्यम से पत्रकारिता की आड़ में लेखनी करने वालों के कारण गांव की सामाजिक ताने-बाने को रोज क्षति पहुंचाई जा रही है पूरा मामला ग्राम पंचपेडी थाने का है जहा पंचपेड़ी ग्राम में कुछ दिन पूर्व ही पशु बाडा के बाहर जानवरों की मौत मामले के चलते एक सोशल मीडिया के लेखक और पंचपेडी के ग्रामीणों के बीच बैठक के दौरान विवाद गहरा गया| सोशल मीडिया पर पत्रकारिता के नाम का दम भरने वाले सूर्यकांत और बैठक में उपस्थित ग्रामीणों के बीच तीखी बहस हुई, जिसमे सोशल मिडिया का लेखक का कहना था कि मीडिया वाला हूं जो मर्जी होगा वह लिखूंगा दोनों पक्षों ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई लेकिन इस मामले में नया मोड़ आ गया है| सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि किसानो व ग्रामीणों का पल्ला भारी होने पर कथाकथित लेखक ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए ग्रामीणों के बीच आपसी राजीनामा होने को तैयार हो गया है ।लेकिन पचपेड़ी थाना में किसानो व ग्रामीणों की शिकायत करने के बाद एसपी आईजी कार्यालय तक पहुचे कथाकथित सोशल मिडिया लेखक द्वारा अपनी शिकायत वापस लेने जा पंहुचा वही दूसरी ओर पूरे देश मे ऑनलाइन ठगी का मामला चल रहा हैं जिसमें बिलासपुर पुलिस द्वारा साईबर मितान योजना को लेकर काफी व्यस्त हैं, जिसके बावजूद शिकायत करना और फिर वापस लेना गंभीर विषय हैं।
इस मामले में बिलासपुर आईजी व पुलिस अधीक्षक को तत्काल संज्ञान लेकर पुलिस का समय बर्बाद करने वाले कथाकथित सोशल मिडिया लेखक के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए ताकि भविष्य में शिकायत करना व फिर इसे वापस लेने का जो नाटकीय क्रम चलता है उसपर लगाम लगाया जा सके|